विमलेश पांडेय संदेश महल समाचार
वर्तमान सत्र में 4 महीने गन्ना मिलों को चलते हो गये है किन्तु आज तक गन्ने के लाभकारी मूल्य की घोषणा नहीं हुयी। किसान एकलौता ऐसा उत्पादक है जिसको अपने उत्पाद का मूल्य तय करने का भी अधिकार नहीं है। अपने खून पसीने से सींची हुयी फसल को मिल मालिकों को देता जाता है लेकिन उसको यही नहीं पता होता है कि उसकी फसल का कितना पैसा मिलेगा। राष्ट्रीय लोकदल द्वारा सवा माह से किसान संदेश अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत पूरे प्रदेश से 4 लाख से अधिक किसानों ने किसान संदेश अभियान के माध्यम से मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर गन्ना मूल्य की घोषणा कराये जाने की मांग कर चुके हैं लेकिन अभी तक गन्ना मूल्य की घोषणा नहीं की गयी जिससे गन्ना किसानों में भारी निराशा और असंतोष व्याप्त है। एव राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकर्ता किसान हित में सरकार से निम्न मांग करते हैंः-
1. सत्र 2022-23 का गन्ने का लाभकारी मूल्य की घोषणा की जाय।
2. आवारा पशुओं से किसानों की फसल बचाने हेतु उचित समाधान किया जाय।
3. बकाया गन्ना मूल्य का ब्याज सहित भुगतान कराया जाय।
4.जनपद सीतापुर में लंबे समय से बंद कमलापुर व महोली चीनी मिल को चालू किया जाय जिससे गन्ना किसान अपनी उपज आसानी से बेंच सके
5.जनपद सीतापुर में लहरपुर तंबौर मार्ग पर गोबरहिया पुलिया का शीघ्र निर्माण कराया जाय।
छः वर्ष से बनकर तैयार खड़ा ट्रामा सेंटर चालू कराया जाय। लहरपुर और सीतापुर में बनकर तैयार राजकीय बालिका महाविद्यालय तथा लहरपुर क्षेत्र के गनेशपुर नेवादा में पिछले कई सालों से बनकर तैयार राजकीय बालिका इंटर कालेज में शैक्षणिक और गैर क्षैक्षणिक कर्मियों की नियुक्ति कर शिक्षण कार्य शुरू किया जाय।अतः सरकार से अनुरोध है कि यदि शीघ्र ही किसानों की समस्याओं का समाधान न किया गया तो राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकर्ता व पदाधिकारी उत्तर प्रदेश के सभी मंडलों में सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरकर विशाल धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी