ई रिक्शा बनें भारवाहक वाहन

रामकुमार मौर्य
रामनगर बाराबंकी संदेश महल
ई रिक्शा बने भारवाहक वाहन। इस समय क्षेत्र में ज्यादातर ई रिक्शा दौड़ रहे हैं। सवारी के बजाय उनके चालक माल ढोने में लगे हुए हैं। जिससे आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। क्योंकि ई-रिक्शा जरा से चूकने पर पलट जाते हैं। जिससे उसमें बैठी सवारियां चोट खा जाती हैं। उनके चालक न तो ट्रेड होते हैं और न ही उनके पास चलाने का लाइसेंस होता है। बहुत कम उम्र के बच्चे ऐसे वाहनों को चला रहे हैं। सड़कों पर इन वाहनों में खचाखच सवारियां भरकर फर्राटे भरते रहते हैं। तथा बहुत से लोग अपने वाहन को सामग्री ढोने में लगाए हुए हैं। जबकि यह रिक्शा केवल सवारी के लिए ही हैं। रामनगर चौराहे से लेकर गणेशपुर, महादेव, सूरतगंज, सूधियामऊ, लालपुर करौता, मरकामऊ बदोसराय रानीगंज, रानी बाजार जैसे अनेक स्थानों पर सैकड़ो की संख्या में इधर-उधर दौड़ा करते हैं। जिसके चलते आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। जिम्मेदार अधिकारी इन वाहनों को कभी चेक नहीं करते हैं और न ही इन्हें संचालित करने वाले चालकों से ड्राइविंग लाइसेंस देखते हैं ।ऐसी दशा में यह चालाक लोग खुलेआम अपने वाहनों को चौराहों पर इधर-उधर खड़ा कर देते हैं। जिसके चलते आने जाने वाले वाहनों व पैदल चलने वाले लोगों को परेशानी होती है। इस समय रामनगर चौराहे पर इतनी अधिक ई रिक्शा हो गए हैं ,कि लोगों को सड़क पार करने में परेशानी हो रही है। चालाक लोग मुख्य चौराहे पर दोनों किनारो पर अपने वाहन खड़े कर देते हैं और सवारी के चक्कर में इधर-उधर घूमते रहते हैं। जिसके चलते बड़े वाहन चलाने वाले ड्राइवर भी परेशान होते हैं। क्योंकि जरा से छू जाने पर यह तुरंत पलट जाते हैं।

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