उत्पादकता बढ़ायें जनपद के किसान-जिलाधिकारी

 

अनुज शुक्ल
सीतापुर संदेश महल समाचार

जनपद सीतापुर में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जनपदीय खरीफ उत्पादकता किसान गोष्ठी किसान मेला में किसानों को सम्बोधित करते हुये जिलाधिकारी अनुज सिंह द्वारा कहा गया कि किसान भाइयों को अपनी आमदनी बढ़ाने के लिये फसलों की उत्पादकता को बढ़ाना होगा। वर्तमान में वृक्षारोपण अभियान के अर्न्तगत कृषकों को निःशुल्क पौधे उपलब्ध कराये जा रहे है। किसान भाइयों को चाहिए कि अपने खेत की मेड़ों पर वृक्षों को लगायें जिससे आने वाले चार-पॉच वर्षो में उन्हें अतिरिक्त आय प्राप्त हो सके। जिलाधिकारी द्वारा किसान भाइयों को गौःआधारित प्राकृतिक खेती के प्रोत्साहन हेतु नवाचार के रूप में जनपद की गौशालाओं पर गौ पशुओं के अवशिष्ट से जीवामृत, बीजामृत तथा घनजीवामृत आदि का निर्माण किये जाने के साथ ही इनके निर्माण सम्बन्धी प्रशिक्षण का कार्य प्रारम्भ किया गया है। किसान भाई गौशालाओं से जीवामृत, बीजामृत तथा घनजीवामृत आदि निःशुल्क प्राप्त कर सकते है अथवा इनके निर्माण का प्रशिक्षण भी प्राप्त कर सकते है बदले में स्वेच्छा से पुआल, भूसा आदि का सहयोग गौशाला हेतु कर सकते है। जिलाधिकारी द्वारा किसान भाइयों को बताया गया कि वर्तमान समय में मौसम की अनिश्चितता को देखते हुये किसान भाइयों को फसलों का बीमा अवश्य कराना चाहिए, जिससे मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों से होने वाली हानि को कम किया जा सके। उन्होंने बताया कि सहजन के पेड़ की पत्तियों में दूध के बराबर पोषक तत्व पाये जाते हैै। जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में व्याप्त कुपोषण की समस्या को दूर करने में सहजन का पेड़ महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। सहजन के पेड़ जनपद में बहुतायत है किन्तु इसकी उपयोगिता से भिज्ञ न होने के कारण इसका पूर्ण उपयोग जनपद में नहीं किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने सोलर रूफटाप योजना, ड्रेगन फ्रूट की खेती, बायोफेंसिंग, एजोला फार्मिंग आदि के विषय में भी विस्तारपूर्वक जानकारी दी। सहजन के महत्व को प्रसारित करने में जनपद के कृषक उत्पादक संगठनों को आगे आना चाहिए। जिलाधिकारी ने उपस्थित कृषकों से अपेक्षा की कि वह गोष्ठी में बतायी गयीं बातों को अपने गांव में अन्य कृषकों को भी बतायें जिससे वह भी इनसे लाभान्वित हो सकें।
खरीफ गोष्ठी में उप कृषि निदेशक, सीतापुर द्वारा जनपद के कृषि निवेशों के उपलब्धता एवं वितरण की जानकारी देते हुये खरीफ में कृषि विभाग की रणनीति से अवगत कराया गया। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, सहायक निदेशक (मत्स्य), क्षेत्रीय प्रबन्धक इफको, के साथ ही अन्य विभागों के अधिकारियों द्वारा अपने विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी खरीफ गाष्ठी में प्रदान की गयी। कार्यक्रम में जिलाधिकारी द्वारा सावां, रागी, कोदौं तथा उड़द फसलों के निःशुल्क बीज मिनीकिट का वितरण कृषकों को किया गया। कृषि विज्ञान केन्द्र कटिया तथा अम्बरपुर के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिकों द्वारा कृषकों को कृषि सम्बन्धी सम-सामयिक जानकारी से अवगत कराया गया। कार्यक्रम में कृषकों के लिये विभिन्न विभागों द्वारा कृषकों को स्टाल लगाकर तथा कृषि सम्बन्धी साहित्य वितरित कर विभिन्न योजनाओं की जानकारी उपलब्ध करायी गयी। खरीफ गोष्ठी में कृषि तथा आनुशांगिक विभागों के अधिकारी व कर्मचारियों सहित जनपद के विभिन्न विकास खण्डों से कृषकों तथा जनपद के कृषक उत्पादक संगठनों के प्रतिनिधियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।

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