बाराबंकी संदेश महल समाचार
बाराबंकी जनपद के मोहम्मदपुर खाला थाना क्षेत्र के कैथा गांव में रविवार का दिन इतिहास के पन्नों में एक दुःखद अध्याय की तरह दर्ज हो गया। एक ही परिवार के दो सदस्यों की संदेहास्पद परिस्थितियों में मौत ने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया है। 22 वर्षीय युवक रितेश यादव और उनके चाचा की पत्नी की एक ही दिन में हुई मृत्यु ने जहां गांव को शोक में डुबो दिया, वहीं कई सवाल भी खड़े कर दिए हैं।
रितेश यादव, जो अपने पिता सतीश यादव का बड़ा बेटा था, गांव में एक शांत और मिलनसार युवक के रूप में जाना जाता था। रविवार सुबह अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई।परिवारजन उसे पास के एक निजी डॉक्टर के पास ले गए, जहां बताया गया कि उसने कोई जहरीला पदार्थ खा लिया है। अस्पताल ले जाते समय ही उसकी सांसें थम गईं।परिवार और गांव वाले इस घटना से उबर भी नहीं पाए थे कि उसके अंतिम संस्कार के बाद ही घर लौटा परिवार एक और दुखद समाचार से टूट गया।रितेश की चाची, जिनकी उम्र लगभग 30 वर्ष थी, ने घर के एक कोने में साड़ी के फंदे से फांसी लगाकर जान दे दी। बताया जा रहा है कि वह रितेश की मौत के बाद से ही चुप थी, लेकिन किसी को अंदेशा नहीं था कि वह ऐसा कदम उठा लेगी।
घटना की गंभीरता इस बात से और बढ़ जाती है कि दोनों मौतें एक-दूसरे से जुड़ी प्रतीत होती हैं, लेकिन इस बीच परिवार ने कोई पुलिस शिकायत दर्ज नहीं कराई और चुपचाप दोनों का अंतिम संस्कार कर दिया।एक दिन में दो मौतों ने कैथा गांव को चर्चा का केंद्र बना दिया है। गांव में तरह-तरह की बातें हो रही हैं—क्या यह आत्महत्या का मामला है या इसके पीछे कोई और कहानी छिपी है? कुछ लोग इन घटनाओं को पारिवारिक तनाव से जोड़ रहे हैं, तो कुछ इसे प्रेम और सामाजिक दवाब से जुड़ा मामला मान रहे हैं।सीओ जगत राम कनौजिया ने बताया कि अभी तक मृतकों के परिवार की ओर से कोई तहरीर नहीं आई है, और दोनों शवों का बिना सूचना अंतिम संस्कार कर दिया गया। हालांकि पुलिस अब अपनी ओर से तथ्यों की पुष्टि करने में जुट गई है।