शिवम मिश्रा (संदेश महल) बाराबंकी। बच्चों-बच्चों के बीच हुई मामूली कहासुनी ने ऐसा विकराल रूप ले लिया कि पूरा गांव सन्न रह गया। जब बच्चों के परिजन आमने-सामने आ गए, तो देखते ही देखते गालियां गूंजने लगीं, फिर लाठी-डंडे बरसने लगे। हालात इतने बिगड़ गए कि चारों ओर अफरा-तफरी मच गई।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, यह घटना बुधवार शाम करीब 5 बजे की है। बताया जा रहा है कि थाना मोहम्मदपुर खाला क्षेत्र के साहेबजादे पुरवा मजरे सूरतगंज गांव में रहने वाले जहीर पुत्र जान मोहम्मद अपने घर के दरवाजे पर बैठे थे। तभी गांव के इरफान के तीन बेटे—फुरकान, फैजान और मननान वहां पहुंचे और बिना किसी बात के गंदी-गंदी गालियां देने लगे। फिर अचानक, उन्होंने जहीर पर लात-घूंसे और लाठी-डंडों से हमला कर दिया। जब जहीर की पत्नी रुखसाना और बेटा रहीम उन्हें बचाने दौड़े, तो हमलावरों ने उन पर भी ताबड़तोड़ वार कर दिए। हमले में जहीर, उनकी पत्नी और बेटे को गंभीर चोटें आईं। आनन-फानन में घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सूरतगंज में भर्ती कराया गया, लेकिन रहीम की हालत इतनी नाजुक थी कि डॉक्टरों ने उसे तुरंत जिला अस्पताल रेफर कर दिया। हमला करने के बाद आरोपी खुलेआम जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए। डरे-सहमे पीड़ित परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। जब इस मामले में मोहम्मदपुर खाला थाना प्रभारी जगदीश प्रसाद शुक्ला से दूरभाष पर संपर्क किया गया, तो उन्होंने कहा, “प्रकरण का त्वरित संज्ञान लेकर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, आगे की विधिक कार्रवाई जारी है