प्रेम,सौहार्द्र और समर्पण का प्रतीक है होली का त्यौहार

 

रिपोर्ट
प्रताप सिंह मथुरा संदेश महल समाचार

अभा ब्राह्मण महासभा एवं ब्रह्म कीर्ति रक्षक दल के कुंभ मेला शिविर में होली मिलन समारोह का भव्य आयोजन किया गया। जिसमे ब्रज के समस्त विप्रो ने होली में एकता का दिव्य संदेश दिया।
नगर अध्यक्ष आचार्य रामविलास चतुर्वेदी ने कहा कि होली का त्यौहार प्रेम भाईचारे एवं सौहार्द का प्रतीक है। इसमें सभी भगवान के प्रेम रूपी रंग में रंगकर सभी बुराइयों को त्यागकर अच्छाइयों को ओर आगे बढ़ाते हैं। यही वस्तुत एक प्रेम भरी होली है। समारोह में कवियों ने अपने हास्य व्यंग कविताओं द्वारा सभी को गदगद कर दिया। जिसमे कवि मोहन मोही, पंडित बदन मिश्र, गोपाल प्रसाद गोपू, रेणु उपाध्याय ने काव्य पाठ कर सभी का मन मोह लिया। ब्रह्म कीर्ति रक्षक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित जुगेंद्र भारद्वाज , बिहारीलाल वशिष्ठ, आचार्य बद्रीश ने बताया कि होली सभी के जीवन में प्रेम का आनंद भरने वाली है। हमे सभी पुराने गले शिकवों को भूलकर इक दूसरे को गले लगाकर साथ रहना है। परशुराम महिला मंडल की शशि शुक्ला, अर्चना गोस्वामी, पार्वती , पूनम, हेमलता देवनाम, हेमा द्विवेदी, आदि ने होली के गीतों का गायन किया। सभी विप्र बंधुओ को कुंभ मेला शिविर का प्रतीक चिन्ह देकर ब्रह्म कीर्ति रक्षक दल के पदाधिकारियों ने सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डा मनोज मोहन शास्त्री, मृदुल कांत शास्त्री, महंत सुखदेव दास हरी, यदुनंदन आचार्य, महासचिव रूपकिशोर उपमन्यु, ईश्वरचंद रावत, डा घनश्याम मिश्र, विनीत शर्मा, संजय पंडित, सतीश शर्मा, चतुर्भुज शर्मा, महेश शर्मा, लक्ष्मीकांत मिश्रा, सुंदरलाल शर्मा आदि उपस्थित रहे।

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