प्रेम में बर्बाद हुआ आरोपी फिर बना हत्यारा

लखनऊ संदेश महल समाचार
मलिहाबाद के ईशापुर इलाके में मां-बेटी की दर्दनाक हत्या के मामले में पुलिस ने रिश्ते में भतीजे को गिरफ्तार कर लिया है! महिला का पति और अन्य परिवारीजन मुंबई में रहते थे, इसी दौरान आरोपी और महिला के बीच प्रेम-प्रसंग हो गया था।आरोपी ने महिला पर खूब पैसे और गिफ्ट खर्च किए थे, लेकिन जब महिला ने उससे बात करना बंद कर दी, तो गुस्से में उसने बेरहमी से मां-बेटी को मौत के घाट उतार दिया।
मलिहाबाद के ईशापुर गांव में गीता (24) अपनी बेटी दीपिका (6) और बेटे दीपांशु (4) के साथ रहती थी। पति प्रकाश कनौजिया मुंबई में लॉन्ड्री का काम करता था और कुछ दिन पहले ही वापस चला गया था। 15 जनवरी की रात गीता अपनी बेटी के साथ घर में अकेली थी! अगले दिन जब गीता का फोन नहीं उठा तो उसके पिता सिद्धनाथ और अन्य परिवारीजन घर पहुंचे, मगर दरवाजा नहीं खुला! जब उन्होंने सीढ़ी लगाकर अंदर झांका, तो अंदर का नजारा दिल दहला देने वाला था—गीता और दीपिका खून से लथपथ पड़ी थीं!! दोनों का गला बेरहमी से रेता गया था और सिर व चेहरे पर डंडे से कई वार किए गए थे।

कॉल डिटेल और बेटे की गवाही से खुला राज।

डीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव ने बताया कि गीता के पास दो मोबाइल थे, जिनमें से एक बंद था और दूसरा साइलेंट मोड पर! पुलिस ने जब उनकी जांच की, तो कॉल हिस्ट्री और मैसेज डिलीट किए जा चुके थे! मगर जब पुलिस ने कॉल डिटेल खंगाली, तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ—गीता और उसके रिश्ते में भतीजे विकास के बीच 11 महीनों में 1600 कॉल हुई थीं!? दोनों के बीच लंबी बातें होती थीं! यही नहीं, बेटे दीपांशु ने भी पुलिस को बताया कि विकास का घर में अक्सर आना-जाना था।

प्रेम में बर्बाद हुआ आरोपी, फिर बना हत्यारा

शक के घेरे में आए विकास को जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की, तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया! उसने बताया कि लॉकडाउन के दौरान गीता के पति के दूर रहने से उनकी नजदीकियां बढ़ गई थीं और दोनों के बीच प्रेम-प्रसंग शुरू हो गया था! विकास ने अपने पासपोर्ट और कुवैत वीजा पर साढ़े तीन लाख रुपये खर्च किए थे और नौकरी के लिए चला गया था, मगर गीता के दबाव में वह सिर्फ दो महीने में ही वापस लौट आया।

रिश्ता खत्म होते ही आया गुस्सा और फिर हत्या

गांव में कपड़े की दुकान में काम करने वाला विकास जो भी कमाता था, आधा पैसा गीता पर खर्च कर देता था! मगर जब गीता ने उससे बात करना बंद कर दिया, तो उसका गुस्सा बेकाबू हो गया! 15 जनवरी की रात वह खंभे के सहारे गीता के घर में दाखिल हुआ। अंदर गहरी नींद में सोई गीता को जगाने के लिए उसने बर्तन गिराया! जब गीता उठी, तो उसने सवाल किया कि वह उससे बात क्यों नहीं कर रही!? इस पर गीता ने उसे घर से निकल जाने को कहा, और बस… विकास आपा खो बैठा।
डंडे से गीता के सिर और चेहरे पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। उसकी चीख-पुकार सुनकर बेटी दीपिका भी जाग गई! उसे देखकर आरोपी और भड़क गया और मासूम बच्ची पर भी बेरहमी से डंडे से वार कर दिया।जब दोनों बेसुध हो गईं, तो पास ही रखे सब्जी काटने वाले चाकू से दोनों का गला रेत दिया।

वारदात के बाद आरोपी पीड़ित परिवार के साथ घूमता रहा

हत्या के बाद विकास ने खून से सना चाकू और हाथ धो लिए, और जाते समय गीता के गहने उठा लिए! भागने के लिए उसने अपना रास्ता भी सोच-समझकर चुना—रेलवे लाइन और बागों के बीच से होते हुए अपने घर पहुंचा, ताकि किसी को शक न हो! 16 जनवरी की सुबह वह दुकान पर काम करने चला गया, मानो कुछ हुआ ही न हो?

जब इलाके में मां-बेटी की हत्या की खबर आग की तरह फैली, तो विकास भी घटनास्थल पर पहुंच गया और पीड़ित परिवारीजनों के साथ मातम मनाने लगा!? वह पुलिस को गुमराह करने के लिए गांव के कुछ अन्य लोगों पर शक जताने लगा और परिवार को दिलासा देने का नाटक करता रहा! मगर अंत में पुलिस की जांच में उसकी सच्चाई सामने आ ही गई।आरोपी की निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल किया गया चाकू, डंडा, बाइक और 760 रुपये बरामद कर लिए गए हैं! पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और अब इस जघन्य अपराध की पूरी सच्चाई सामने आ चुकी है

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