……महोली का कोई जिम्मेदार इसका जवाब दे सकता है?

रिपोर्ट
धर्मेंद्र पांडेय
महोली सीतापुर संदेश महल समाचार

  • देख तेरे संसार की हालत क्या हो गई भगवान
    कितना बदल गया इंसान।
    पहले घर से निकाला और अब पूरी तरह से प्रजाति को खत्म करने की कोशिश की जा रही है खेतों मे जहरीले ब्लेड के तार घरों के बाहर लाठी डण्डे,और अब सरकारी संस्थाओं मे तारकोल डालकर गौवंश की प्रजाति खत्म करने की भरकस कोशिश? कुछ इस तरह गौवंश की हालत है।

  • मोबाइल फोन के जरिए मालूम हुआ कि महोली के गन्ना सोसाइटी मे एक गाय वहां पर बिखरे तारकोल मे फंसी बुरी तरह तडप रही है।जो घायल होने के साथ साथ बीमार भी है। महोली के प्रमुख गौसेवक विकास शुक्ला की अगुवाई मे गौसेवक टीम वहां पहुंची तो देखा कि सोसाइटी मे पड़ी खाली जमीन पर काफी मात्रा मे तारकोल फैला पड़ा है। उस तारकोल मे एक गाय बुरी तरह से फंसी हुई तडप रही थी।
    गौसेवक टीम ने काफी मेहनत करके उस तारकोल से गाय को बाहर निकाला और उसकी साफ सफाई करके उसका इलाज किया
    लेकिन गाय कई दिनो से बीमार होने और पूरा दिन गर्म तारकोल मे पड़ी रहने की वजह से इस नश्वर व मतलबी संसार से अलविदा कर मौत के गाल में समा गई।सवाल ये उठता है कि गन्ना सोसाइटी जैसे व्यस्ततम संस्थान मे तारकोल किसके आदेश से फैलाया गया था? इस गाय की मौत का जिम्मेदार कौन हुआ या इस गाय के अलावा कोई इंसान उस तारकोल मे फंसकर मर जाता तो कौन अधिकारी जिम्मेदारी लेता?

    क्या महोली का कोई जिम्मेदार इसका जवाब दे सकता है?

error: Content is protected !!