रामनरेश हत्याकांड का हुआ खुलासा,पकडे गए हत्यारोपी

रिपोर्ट
पंकज शाक्य
संदेश महल समाचार मैनपुरी

मैनपुरी के थाना करहल क्षेत्र में बीते 24/25 दिसम्बर की रात्री को कुछ अज्ञात बदमाशों द्वारा रणजीत पुत्र मुन्नालाल निवासी नगला दयाल थाना करहल में चोर चोरी करने के उद्देश्य से उसके घर में घुस आये थे।जिसकी आहट सुन रजीत के पिता मुन्नालाल व चाचा रामनरेश जाग गए।चोरों को ललकारा तो उन्होंने भागते हुए रामनरेश के सर में गोली मार दी। जिससे रामनरेश की इलाज के दौरान मौत हो गयी थी।

वहीँ भागे हुए चोरों ने मुन्नालाल के सर में डंडा मार दिया जिससे वो भी लहुलुहान हो गए।घटना के बाद थाना करहल पर तैनात प्रभारी निरीक्षक घटना के खुलासे को लेकर दिन रात एक किये हुए थे।आखिर प्रभारी निरीक्षक को सफलता हाथ लग गयी और घटना का सफल खुलासा कर दिखाया. प्राप्त जानकारी के अनुसार मुखबिर से सूचना मिली एक अर्टिका कार जिसका रंग सफ़ेद नंबर up 83 ae 6294 में छहार बदमाश है।जो सिफ़ी बाईपास पर सिफ़ी की तरफ से आ रहे है और कुर्रा की तरफ जायेंगे। यह भी बताया गया की इन बदमाशों द्वारा कुछ दिन पहले कई गांवों में भैंस चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया गया है. सूचना पर थाना प्रभारी मय पुलिस फाॅर्स के मौके के लिए रवाना हो गए। और पूरी होशियारी दिखाते हुए बदमाशों को चारों तरफ से घेर लिया। जिसके बाद पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान चार बदमाशों को पकड़ लिया।वहीँ बदमाशों ने पूंछतांछ में अपने नाम फब्बू उर्फ़ रामसिंह बंजारा पुत्र पीर वक्स बंजारा निवासी ग्राम बडाहार थाना घिरोर जनपद मैनपुरी, जुम्मा पुत्र मुंशी बंजारा निवासी ग्राम नदरई थाना कोतवाली कासगंज जनपद कासगंज, अमन खां पुत्र बबलू खां निवासी मोहला जिला खाना कस्वा खेरगंड थाना खेरगड़ जनपद फिरोजाबाद व इरफ़ान उर्फ़ सोहिल पुत्र चमन बंजारा निवासी ग्राम नदरई थाना कोतवाली कासगंज जनपद कासगंज बताया।वहीँ उनकी जामा तलासी लेने पर चार तमंचा 315 बोर व भारी मात्रा में ज़िंदा कारतूस बरामद हुए। जिसके साथ साथ 3200 रुपये की नगदी भी बरामद हुयी। वही पकडे गए चारों आरोपियों ने बताया कि हम लोग भैंस चोरी का काम करते है. गाँव में सभी लोग जल्दी सो जाते है। हम लोग रात्रि में करीब नौ – एस बजे दूर दराज के जनपदों में जाकर अपने साथियों को गाँव के बाहर दो दो करके छोड़ देते है। वो गाँव में यह पता लगा लेते है कि भैंस कहाँ से आसानी से चोरी कर ली जायेगी। वही घटना के समय हम आठ से दस लोग एक साथ रहते है।उनमें से रफीक पुत्र अहमद निवासी ग्राम नदरई थाना कोतवाली कासगंज जिला कासगंज जो मेरे गाँव का रहने वाला है। उसके पास टाटा 407 गाडी है। जिसका रंग सफ़ेद आगे व गाडी की बाड़ी का हिस्सा लाल रंग का है।गाडी पर हम नंबर प्लेट नहीं रखते है। वहीँ अपने एनी साथियों से भैंस चोरी के स्थान जगह जगह चिन्हित करा लेते है। और वहां के रस्ते देख लेने के बाद हम लोग बारी – बारी से गाँव में जाकर भैंस चोरी की घटनाओं को अंजाम देते है।साथ ही तीन – चार लोग गाडी में रहते है और तीन – चार लोग गाडी से नीचे एक बार भैंस को खोलने के बाद मात्र पांच मिनट में ही भैंस को गाडी में डालकर निकल जाते है। जिसके बाद थाना पुलिस ने आवश्यक लिखापड़ी के बाद पकडे गए सभी आरोपियों को जेल भेज दिया।

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