श्रीमद् भागवत के चौथे दिन ध्रुव चरित्र की कथा सुनकर श्रद्धालु हुए भाव विभोर

रिपोर्टर पवन कुमार
भोगांव/ मैनपुरी संदेश महल समाचार पत्र
जनपद मैनपुरी थाना क्षेत्र भोगांव के अंतर्गत ग्राम जमैयत गंज श्रीमद् भागवत के चौथे दिन मधुर कथा वाचक आचार्य अनुज दीक्षित को छोटे लाल शाक्य ने पगड़ी एवं फूल माला पहना कर सम्मानित किया मधुर कथा वाचक आचार्य अनुज दीक्षित ने कपिल अवतार ध्रुव चरित्र सृष्टि की रचना पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मनुष्य को जीवन बार बार नहीं मिलता है इसलिए कलयुग में दया धर्म भगवान का स्मरण करने से ही मनुष्य अपनी योनियों से पार उतरता है मनुष्य के जीवन का महत्व समझाते हुए भगवान की भक्ति में अधिक से अधिक समय देना चाहिए उन्होंने बताया कि भगवान विष्णु के पांचवें अवतार कपिल मुनि के रूप में लिया है उन्होंने बताया कि किसी भी काम को करने के लिए मन में विश्वास होना चाहिए तो कभी भी जीवन में असफल नहीं होगी जीवन को सफल बनाने के लिए कथा श्रवण करने से जन्मों जन्मों के पाप कट जाते हैं शिव पार्वती विवाह का प्रसंग बताते हुए कहा कि यह पवित्र संस्कार है लेकिन आधुनिक समय में प्राणी संस्कारों से दूर भाग रहा है जीव के बिना जीवन का कोई मूल्य नहीं है भक्ति में दिखावा नहीं होना चाहिए जब सती विरह में भगवान शंकर की दशा दयानीय हो गई सती ने संकल्प के अनुसार राजा हिमालय के पर्वत राज की पुत्री होने पर पार्वती के रूप में जन्म लिया पार्वती जब धीरे-धीरे बड़ी हुई तो हिमालय को उनकी शादी की चिंता सताने लगी एक दिन देव ऋषि नारद हिमालय पर पहुंचे और पार्वती को देखकर उन्होंने भगवान शिव के योग्य बताए इसके बाद सारी प्रक्रिया शुरू तो हो गई लेकिन शिव अभी भी सती विरह में ही रहे ऐसे शिव को पार्वती के प्रति अनुरुकत करने कामदेव को उनके पास भेजा गया लेकिन बे भी शिव से को विचलित नहीं कर सके उनके क्रोध की अग्नि में कामदेव भस्म हो गए इसके बाद कैलाश पर्वत चले गए तीन हजार साल तक उन्होंने भगवान शिव को पाने के लिए तपस्या की इसके बाद भगवान शिव का विवाह पार्वती के साथ हुआ कथा स्थल पर भगवान शिव और माता पार्वती के पात्रों का विवाह कराया गया विवाह के बारे में सभी बाराती बने और खुशियों मनाई कथा में भूतों की टोली के साथ नाचते गाते हुए शिवजी की बारात आई बारात का भक्तों ने पुष्प वर्षा का स्वागत किया शिव पार्वती की सचित्र झांकी सजाई विधि विधान से विवाह संपन्न हुआ महिलाओं ने मंगल गीत गए और विवाह की संपूर्ण रस्म पूरी हुई इसी मौके पर उपस्थित दीपेंद्र शाक्य आकाश शाक्य समस्त कमेटी ने फूल माला पहनकर स्वागत किया फिर सभी लोगों ने आरती की उसके बाद सभी लोगों को प्रसाद वितरण किया कथा का प्रसंग सुनकर अपने-अपने घर चले गए

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