पीएन सिंह/ शिवम् मिश्रा संवाददाता (संदेश महल) बाराबंकी। सोमवार दोपहर करीब 12:00 बजे सूरतगंज क्षेत्र के ग्राम शिवराजपुर मजरे मझगवां में उत्तर प्रदेश शासन के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह पहुंचे। वहाँ पहले से मौजूद जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी व पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने उन्हें पुष्पगुच्छ देकर जोरदार स्वागत किया। मुख्य सचिव ने जिलाधिकारी की अगुवाई में समूह की दीदियों द्वारा तैयार किए गए सभी टैंकों को बारीकी से देखा। मछलियों को दाना, पानी व दवाई देने के बारे में उत्सुकता से पूछा। समूह की महिलाओं ने बताया— “एक टैंक में करीब 4000 बच्चे डाले गए हैं। औसतन 8 महीने में मछलियाँ पूरी तरह तैयार हो जाएँगी और अच्छा मुनाफा भी मिलेगा। इस दौरान, समूह द्वारा तैयार किया गया शुद्ध शहद भी मुख्य सचिव को भेंट किया गया। मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत किए गए मछली पालन को देखा और समूह की महिलाओं से आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणादायक बातें सुनीं। उन्होंने मछली पालन के बारीक पहलुओं पर जानकारी जुटाई और कहा— सरकार उत्तर प्रदेश में हर जनपद की करीब 10 हजार महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रही है। सरकार हर संभव मदद करने को तैयार है। उन्होंने आगे कहा भारत में किसी भी चीज को कर गुजरने की ताकत है। जरूरत सिर्फ सही उत्साहवर्धन की है। महिलाओं ने गर्व से बताया कि “हमारे समूह में 10 महिलाएँ एकजुट होकर छोटे-छोटे कदम बढ़ा रही हैं। एक टैंक में करीब ₹60,000 का खर्च आता है, वहीं 8 महीने में समूह की सभी दस दीदियों को करीब ₹45,000 का मुनाफा हो सकता है। ऐसे में लागत कम और मुनाफा ज्यादा देखने को मिलेगा। बता दें कि, समूह की महिलाओं को पहले प्रशिक्षित किया गया था। पानी का pH प्रतिशत नापने की प्रक्रिया सिखाई गई थी। आज, वे आत्मनिर्भर बन रही हैं और अपने पैरों पर खड़ी हो रही हैं। इस महत्वपूर्ण दौरे में मुख्य विकास अधिकारी, अ. सुदन, अपर जिलाधिकारी व फतेहपुर सीओ जगत कनौजिया, खंड विकास अधिकारी देवेंद्र प्रताप सिंह, कोतवाल जगदीश प्रसाद शुक्ला, सीएचसी अधीक्षक राजर्ष त्रिपाठी, एडीओ पंचायत राजेंद्र यादव, सचिव पुष्पा मिश्रा समेत कई प्रशासनिक अधिकारी, तकनीकी विशेषज्ञ और सैकड़ों समूह की महिलाएँ व ग्रामवासी मौजूद रहे।