रिपोर्ट
विनोद कुमार दुबे
संतकबीरनगर संदेश महल समाचार
केंद्र व प्रदेश सरकार ग्राम पंचायतों के विकास को लेकर एक तरफ जहा गंभीर है वही सरकार की मंशा की धज्जियां उड़ाने में माहिर जनपद के नाथनगर ब्लाक के प्रभारी वीडियो डीसी मनरेगा सरकार की मंशा को पलीता लगाने में कोई कोर कसर छोड़ने वाले नहीं है जबकि सरकार की मंशा है कि ग्राम पंचायतों में विकास का खाका तैयार कर मनरेगा मजदूरों को अधिक से अधिक रोजगार मुहैया कराई जाए। परंतु नाथनगर ब्लाक में प्रभारी वीडियो का चार्ज डीसी मनरेगा के हाथों मे होने के चलते मनरेगा कार्यो पर इन दिनो ग्रहण सा लग चुका है कारण यह है कि ग्राम पंचायतों में चल रहे मनरेगा कार्यों में 60 प्रतिशत मिट्टी का कार्य व 40 प्रतिशत पक्का कार्य कराया जाना सरकार की प्राथमिकताओं में है परन्तु नाथनगर ब्लाक के प्रभारी वीडियो / डीसी मनरेगा उमाकांत त्रिपाठी द्वारा पक्का कार्य निर्माण पर प्रतिबंध लगाए जाने व फाइलों की सुकृति व मस्ट्रोल पर हस्ताक्षर न करने के कारण ब्लॉक क्षेत्र के सभी 103 ग्राम पंचायतों में विकास कार्य प्रभावित होता नजर आ रहा है जिसको लेकर मनरेगा मजदूरों के रोजी-रोटी पर संकट के बादल तो मरा ही रहे हैं वही सरकार की मंशा को पलीता भी लग रहा है।जिसको लेकर ग्राम प्रधानों में आक्रोश देखने को मिल रहा है ग्राम प्रधान अपने ग्राम पंचायतों के विकास को लेकर जहां चिंतित हैं वही मनरेगा मजदूर निराश वह हताश नजर आ रहे हैं जबकि सरकार की मंशा है कि मनरेगा मजदूरों को अधिक से अधिक रोजगार देकर ग्राम पंचायतों के विकास कार्यों को गति प्रदान की जाए। परंतु नाथनगर ब्लाक क्षेत्र के 103 ग्राम पंचायतों में मनरेगा कार्य पूरी तरह से प्रभावित नजर आ रहा है और सरकार की मंशा पर पलीता लगना लाजमी है समय रहते यदि जनपद के जिम्मेदार आला अधिकारी नाथनगर ब्लॉक की तरफ ध्यान नहीं देंगे तो एक तरफ जहां विकास कार्य प्रभावित होगा।वही मनरेगा मजदूरों के समक्ष रोजी रोटी का संकट भी गहराता जाएगा।