अछेछा गांव में डेंगू का कहर चपेट में करीब दो सौ लोग स्वास्थ्य टीम नहीं पहुंची गांव

मनीष कुमार
रामनगर बाराबंकी संदेश महल
रामनगर तहसील के अछेछा गांव में बुखार और डेंगू का कहर इस कदर बढ़ गया है कि अब हर घर में लोग या तो बुखार से पीड़ित हैं या फिर डेंगू की चपेट में हैं। इस समय गांव में करीब 200 लोग डेंगू-मलेरिया से बीमार चल रहे हैं। पिछले 15 दिनों में चार से पांच मौतों की सूचना मिली है, लेकिन इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग की कोई टीम गांव में नहीं पहुंची है। लगातार फैलते संक्रमण और गंदगी के कारण ग्रामीणों में गुस्सा और आक्रोश बढ़ता जा रहा है। यहां तक कि गांव वालों ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत भी की है, जिसमें सफाई अभियान चलाने और बुनकरों द्वारा तालाब में छोड़े जा रहे केमिकलयुक्त पानी की समस्या का समाधान करने की मांग की गई है।बुनकर कपड़ों को रंगकर तालाब में बहा रहे जहरीला पानी अछेछा गांव में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। यहां के अधिकतर लोग बुनकर हैं और घरों में डाइंग यूनिट्स लगी हैं, जहां कपड़ों की रंगाई के बाद गंदा पानी नाले में बहकर एक बड़े तालाब में जमा हो जाता है। इस पानी में केमिकल होते हैं जो तालाब को सड़ने और बदबू देने के लिए जिम्मेदार हैं। हालात इतने खराब हो चुके हैं कि आस-पास के हैंडपंपों से भी दूषित पानी आ रहा है, जिससे लोग बीमार हो रहे हैं। गांव में संचारी रोगों को नियंत्रित करने के लिए कोई प्रभावी कदम नहीं उठाए गए हैं, जिससे संक्रमण का फैलाव रुकने का नाम नहीं ले रहा है।अछेछा गांव में बुखार और डेंगू से अब तक कुलदीप (30), अनन्या (12), आरती (30) और अनीता देवी (40) की मौत हो चुकी है। इन मौतों ने गांव में दहशत फैला दी है। हालात इतने गंभीर हो गए हैं कि 200 से अधिक लोग बुखार, मलेरिया, टाइफाइड और डेंगू की चपेट में आ चुके हैं।

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