स्थानीय प्रशासन की अनदेखी, जून की तपिश से पहले ही जलस्तर गिरा
रामनगर (बाराबंकी), प्रतिनिधि
गर्मी की दस्तक के साथ ही क्षेत्र के जल स्रोतों में संकट गहराने लगा है। लोधेश्वर महादेवा स्थित ऐतिहासिक अभरण तालाब का जलस्तर लगातार गिर रहा है, जिससे न केवल मछलियों के जीवन पर संकट मंडरा रहा है, बल्कि निकट भविष्य में पशु-पक्षियों के लिए भी जल संकट गहराने की आशंका बढ़ गई है।

तालाब के किनारे बनी पानी सप्लाई की टंकी वर्षों तक इस तालाब में पानी पहुंचाने का मुख्य स्रोत रही है। लेकिन इस वर्ष टंकी चालू नहीं हो सकी, और तालाब में जल आपूर्ति ठप पड़ी है। वहीं, पंपिंग सेट भी किनारे पर निष्क्रिय पड़ा हुआ है, जिसे अब तक चालू नहीं किया गया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार हर वर्ष तालाबों की सफाई व जल भराव के नाम पर बड़ी धनराशि जारी करती है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी समय रहते कार्य नहीं कराते। परिणामस्वरूप हर वर्ष गर्मियों में यही स्थिति उत्पन्न हो जाती है।
गत वर्ष जब ऐसी ही स्थिति बनी थी और मछलियों के मरने की नौबत आ गई थी, तब नाथ कुटी के बाबा रामनाथ जी महाराज व पहाड़ी बाबा की कुटी के बाबा मुन्नू ने अपने स्तर पर डीजल की व्यवस्था कर पंपिंग सेट चलवाया था। स्थानीय सेवादारों ने भी सहयोग कर तालाब की मछलियों को बचाने में योगदान दिया था।
अब अप्रैल माह में ही तापमान में तेजी से वृद्धि हो रही है, जबकि भीषण गर्मी का महीना जून अभी बाकी है। यदि शीघ्र ही जल आपूर्ति बहाल नहीं की गई तो स्थिति विकराल हो सकती है।
सरकार द्वारा पक्षियों के लिए गर्मियों में पानी व अन्य सुविधाओं की बात तो की जाती है, लेकिन जमीनी हकीकत इससे काफी दूर है। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि प्रशासन तत्काल संज्ञान लेते हुए टंकी और पंपिंग सेट को चालू कर अभरण तालाब में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करे, ताकि जल जीवन और पर्यावरण संतुलन को बनाए रखा जा सके।