जेपी रावत
अयोध्या संदेश महल
पशु क्रूरता अधिनियम के बारे में आपने सुना होगा।यह अधिनियम कहता है कि एक पशु के लिए इतनी जगह होनी चाहिए।लेकिन अयोध्या में चाइल्ड वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन ने अयोध्या में जिस बस को पकड़ा उसकी स्थिति इससे भी बदतर रही।इस बस में बिहार के अररिया से ले जाए जा रहे अल्पसंख्यक समुदाय के 93 बच्चे ही नहीं सवार थे बल्कि दो दर्जन से अधिक पैसेंजर भी सवार थे। इनमें से बिहार से ले जा रहे कुछ ऐसे बच्चे भी शामिल थे जिनके अपने माता-पिता भी दुनिया में नहीं है यही नहीं बिहार से यूपी के देवबंद के जिन दो मदरसे में इन्हें ले जाए जा रहा था उनमें एक का रजिस्ट्रेशन भी नहीं है। बात यहीं तक होती तो कुछ गनीमत थी लकिन चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की माने तो इस पूरे प्रकरण में बड़ा स्कैम और जालसाजी नजर आ रही है ।