रामकुमार मौर्य बाराबंकी संदेश महल समाचार
उच्च न्यायालय के लखनऊ खंडपीठ के न्यायमूर्ति डीके उपाध्याय,याचिकाकर्ता वरुण सिंह चौहान, व वकील आदर्श कुमार मौर्य को शिव भक्तों ने बधाई दी। तथा शासन-प्रशासन की निंदा करते हुए कहा कि लोधेश्वर महादेवा का महोत्सव समय पर होना चाहिए। न्यायालय का आदेश आते ही सभी शिव भक्तों में खुशी की लहर दौड़ गई ।बुधवार को न्यायालय में उपस्थित होकर मेला सचिव एवं उप जिलाधिकारी तान्या ने कहा कि अगहनी मेला 1 माह तक चलेगा और आगे महोत्सव मनाया जाएगा ।जबकि यह बात बिल्कुल गलत है ।क्योंकि उद्घाटन के समय में मेला अध्यक्ष एवं जिलाधिकारी ने पत्रकारों के समक्ष कहा था की उद्घाटन हो गया है। यह एक दिवसीय कार्यक्रम है और फरवरी माह में महोत्सव कराया जाएगा। जब मेला समिति अध्यक्ष और सचिव में बात करने में अंतर आ रहा है। तो भगवान शिव जी का किस प्रकार महोत्सव मनाया जाएगा।जबकि अदालत ने अपने आदेश में साफ तौर पर कहा है की निकाय चुनाव के चलते परंपरागत होने वाले कार्यक्रमों को रोका नहीं जा सकता है ।
लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इसआर बिल्कुल ध्यान नहीं देते है। जबकि उन्हें यह मालूम है की लोधेश्वर महादेवा में लगने वाला अगहनी मेला प्रतिवर्ष अगहन मास की चतुर्दशी को होता है ।तो इसे घटाने बढ़ाने की क्या जरूरत है। क्योंकि इसी तिथि को शिवलिंग प्रकट हुआ था ।उस समय लोगों ने भगवान शिव के दर्शन पूजन किए थे। तभी से हर वर्ष अगहन मास में यह मेला मनाया जाता है ।रही बात चुनाव की तो कई बार फागुनी मेले के समय में वोट पड़े और महादेवा स्थित विद्यालय मे पोलिंग भी बनाई गई। लेकिन मेला चलता रहा क्योंकि फागुन माह का मेला सबसे बड़ा मेला होता है। इस मेले में काफी संख्या में शिव भक्त गण कंधे पर कांवर लेकर पैदल चल कर शिव दरबार में पहुंचकर। भगवान शिव जी की पूजा अर्चना करते हैं ।वैसे यहां पर सावनी, कजरी तीज ,अगहनी ,फागुनी जैसे विशाल मेला लगते हैं ।इसके अलावा हर सोमवार को यहां पर शिव भक्तों की काफी भीड़ रहती है।