रिपोर्ट
विनोद कुमार दूबे
संतकबीरनगर संदेश महल समाचार
जनपद में पूर्व में तैनात रहे पुलिस अधीक्षक ब्रिजेश कुमार सिंह के कार्यकाल से लेकर वर्तमान पुलिस अधीक्षक डॉक्टर कौस्तुभ द्वारा महुली थाने में लगातार प्रभारी निरीक्षकों व थानाध्यक्षों की तैनाती में विशेष जाति को तरजीह मिलने को लेकर क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
वही विपक्ष के नेताओ ने भी सरकार व अधिकारियों पर सवाल खड़ा करने से पीछे नहीं है आप को बताते चले कि जनपद के पूर्व पुलिस अधीक्षक ब्रिजेश कुमार सिंह ने अपने कार्यकाल के समय महुली थाने की बागडोर सबसे पहले प्रदीप सिंह को सौप दिया था जो लगभग पन्द्रह माह तक महुली थाने की कमान सम्भाल कर जनता की उम्मीद पर खरा उतरे उनके जाने के बाद वर्तमान पुलिस अधीक्षक डॉक्टर कौस्तुभ ने महुली थानाध्यक्ष के रूप मे प्रदीप सिंह को जिम्मेदारी सौंपी वह कुछ ही महीने महुली थाने की जिम्मेदारी निभा पाए और उनका स्थानांतरण सिद्धार्थनगर जनपद के लिए हो गया।इसके बाद उनके स्थानांतरण के बाद थानाध्यक्ष महुली की कमान धर्मेन्द्र सिंह को सौंप दी गई । वह काफी समय अपने दायित्व को नही निभा पाए और उनके स्थानांतरण के बाद महुली थाने की बागडोर एक बार फिर रणविजय सिंह को सौंपी गई।वह भी पुलिस अधीक्षक डॉक्टर कौस्तुभ के सामने खरा नही उतरे और उन्हे भी महुली के प्रभारी निरीक्षक पद से 16 दिसम्बर को देर साम हाथ धोना पड़ा फिर पुलिस अधीक्षक डॉक्टर कौस्तुभ ने एक बार सिद्धार्थनगर जनपद से स्थानांतरण पर आए केडी सिंह को महुली थाने की बागडोर सौप कर यह साबित कर दिया है कि महुली थाने की बागडोर मात्र एक ही जाति विशेष सम्भाल कर कानून ब्यवस्था की रखवाली कर सकता है लगातार एक ही जाति विशेष को जिम्मेदारी महुली थाने की दिए जाने से जहां आम जनमानस में चर्चा का विषय बना हुआ है वही विपक्ष के नेता भी सवाल खडे करने से नहीं चूक रहे है।इस संबंध मे जब पुलिस अधीक्षक से बात करने का प्रयास किया गया तो फोन उनके पी आर ओ ने रिसाव किया और कुछ भी कहने से इंकार करते हुए फोन काट दिया।