रिपोर्ट
जेपी रावत/प्रवीन कुमार
आगरा संदेश महल समाचार
आगरा रेंज साइबर क्राइम थाना के मुताबिक, दिल्ली सहित कई राज्यों में मामले आने के बाद पुलिस द्वारा अलर्ट जारी किया गया है। लोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है। और उन्हें जानकारी दी जा रही है।
गौरतलब हो कि कोरोना महामारी के बीच साइबर अपराधियों ने लोगों को ठगने का नया तरीका निकाल लिया है। जिसमें साइबर अपराधी ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की घर और अस्पताल में डिलीवरी के नाम पर पैसे जमा कर ठगने की कोशिश कर रहे हैं।दिल्ली सहित कई राज्यों में इस तरह के मामले आने के बाद अलर्ट जारी किया गया है। लोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है।
वर्ष 2020 में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले सामने आने के बाद साइबर अपराधियों ने मास्क, सैनिटाइजर और ग्लव्स आदि सामान की बिक्री के नाम पर लोगों के साथ ठगी की थी। लाखों की ठगी के मामले आने के बाद रेंज साइबर थाना पुलिस ने मुकदमे दर्ज करके कार्रवाई भी की थी। गैंग भी पकड़े गए थे। पुनः कोरोना संक्रमण के मामले आने के बाद साइबर अपराधी ठगने की कोशिश में लगे हैं। अपराधियों ने इंटरनेट मीडिया पर पेज बना लिए हैं। इन पर आक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की डिलीवरी के लिए कहा जा रहा है। बिना कागजी कार्रवाई के घर,अस्पताल में सामान भेजेने का आश्वासन दिया जा रहा है।
दिल्ली सहित आसपास के राज्यों में इस तरह के मामले आए हैं। इनमें एक मोबाइल नंबर दिया जाता है। इस पर कॉल करने पर रकम पहले जमा करने का झांसा दिया जाता है। जो लोग पहले रकम जमा कर देते हैं, वो ठगी का शिकार हो रहे हैं। इस जानकारी के बाद लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
साइबर अपराधियों की ऑनलाइन बुकिंग से दूर रहें। आर्डर न बुक करें।
रेंज साइबर थाना एसआई चेतन भारद्वाज ने बताया कि ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की डिलीवरी के नाम पर भी साइबर अपराधी ठग रहे हैं। ऐसे में लोगों को चाहिए कि वो ऑक्सीजन सिलिंडर और रेमडेसिविर की ऑनलाइन बुकिंग से डिलीवरी के झांसे में नहीं आएं। जिला प्रशासन की ओर से निर्धारित स्टोर और प्लांट से ही इनको लेना चाहिए। अगर, कोई पहले ऑनलाइन रकम जमा कराकर डिलीवरी करने को कहे तो समझ जाएं कि ठगी की जा सकती है। आनलाइन किसी विज्ञापन पर भरोसा न करें।प्रमाणिकता के बारे में पता करें। फिर विस्वास करें।