रिपोर्ट/- रामकुमार मौर्य बाराबंकी संदेश महल समाचार
रामनगर बाराबंकी। लोधेश्वर महादेवा में अगहनी मेला उद्घाटन में मात्र औपचारिकताएं निभाई गई। सुप्रसिद्ध लोधेश्वर महादेवा धाम का अगहनी मेला कोई समय में बहुत भव्य लगता था। जिसका जिले से लेकर अन्य जनपदों में बड़ा नाम था ।यह मेला भगवान शिव के प्रगट होने पर अगहन मास के चतुर्दशी तिथि को होता था ।जो कई दिनों तक चलता था यहां पर सर्कस ,मौत कुआं, वस्त्रालय ,केला ,अदरक ,हल्दी की बहुत बड़ी मंडी लगती थी। जिसमें ग्रामीण अंचलों से आए हुए शिवभक्त गण जमकर खरीदारी करते थे ।यहां पर रामनाथ जैसी प्रसिद्ध नौटंकी होती थी। बड़े-बड़े खाने के होटल व गरम कपड़ों की दुकान लगती थी ।जूता, चप्पल दरियाबाद की प्रसिद्ध दुकान लगती थी। लेकिन अधिकारियों और नेताओं के चलते यह पूरा मेला समाप्त हो गया ।नहीं तो उद्घाटन के दिन शिव दरबार से लेकर विश्वकल्याण द्वार तक झालरों से सजाया था । तथा कॉलेजों के बच्चों द्वारा मुख्य अतिथियों का स्वागत किया जाता था। जिसमें एनसीसी ,स्काउट गाइड, एन एस एस के बच्चों द्वारा स्वागत किया जाता था। आज यह सब समाप्त हो गया है। उद्घाटन के नाम पर मात्र औपचारिकता निभाई जाती है ।जिम्मेदार अधिकारी चाहते हैं कि यह मेला बिल्कुल समाप्त हो जाए ।क्योंकि इस मेले से अब इन्हें कोई फायदा नहीं होता है।कोई समय था की अगहनी मेला को लेकर पूरे क्षेत्र में जमकर वसूली होती थी और सबसे ज्यादा अधिकारी व कर्मचारी इसका फायदा उठाते थे। नन्हे-मुन्ने बच्चों द्वारा यहां पर विशाल सांस्कृतिक कार्यक्रम ,कवि सम्मेलन ,मुशायरा जैसे कार्यक्रम होते थे ।आज सभी की समाप्त हो गई हैं ।लोगों का कहना है की जिम्मेदार अधिकारी इसपर बिल्कुल ध्यान नहीं देतेहै।