पिसावां (सीतापुर), संदेश महल।
सावन मास शिवभक्तों के लिए आस्था, तप और समर्पण का महीना होता है। यही वजह है कि शिवभक्ति में लीन कांवड़ियों का जत्था इस वर्ष भी परंपरागत उत्साह के साथ क्षेत्र के महमदापुर द्वतीय से रवाना हुआ। शिव शंभू काँवड़ समिति के तत्वावधान में कुल 105 कांवड़िये राजघाट की ओर गंगाजल लेने निकले।गंगाजल भरने के बाद वे छोटी काशी गोला में भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने पैदल रवाना हुए। देर शाम जब यह पवित्र जत्था हजियापुर चौराहे पहुंचा, तो वहां का माहौल पूरी तरह भक्तिमय हो गया। जय गुरुदेव धर्मकांटे पर श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों ने कांवड़ियों के स्वागत हेतु भव्य तैयारी की थी। जैसे ही कांवड़िये विश्राम स्थल पर पहुंचे, सुशील वर्मा की ओर से जलपान और विश्राम व्यवस्था की गई, जिससे उनकी यात्रा में कोई कठिनाई न हो।विश्राम के पश्चात वहां शिवजी की भव्य महाआरती का आयोजन किया गया, जिसमें चारों ओर ‘हर-हर महादेव’ के जयकारे गूंजने लगे। इस दौरान उपस्थित श्रद्धालु भी भक्ति रस में सराबोर नजर आए।इस आयोजन में विनीत सक्सेना, संजय अर्कवंशी, राजू अर्कवंशी, कमलेश वर्मा, बिजय, आशीष यादव समेत बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी मौजूद रहे।
शिवभक्तों के इस स्वागत ने न केवल उनकी थकान को मिटाया, बल्कि पूरे क्षेत्र को भक्ति और उल्लास से भर दिया। सावन में ऐसे आयोजन न केवल परंपराओं को जीवित रखते हैं बल्कि सामाजिक समरसता और धार्मिक भावना को भी प्रगाढ़ करते हैं।