किशनी तहसील की छत बनी तरणताल पानी की टंकी में नहीं है ढक्कन लोग पी रहे गंदा पानी

 

हिमांशु यादव
मैनपुरी संदेश महल समाचार

लोग पी रहे गंदा पानी,बीमारी फैलने की आशंका

जनपद मैनपुरी किशनी क्षेत्र की जनता की पुरजोर मांग पर करीब सात वर्ष पूर्व किशनी को तहसील का तोहफा मिला था। तहसील किशनी में आने के बाद क्षेत्रीय लोगों का जीवन काफी सहज हुआ है। अब उनको छोटे से काम के लिये भोगांव नहीं जाना पडता है। गौरतलब है कि आज तहसील की इमारत के रखरखाव की ओर कोई बिल्कुल ही ध्यान नहीं दे रहा है। लोग आते हैं और चले जाते है। पर तहसील की इमारत को कहां नुकसान पहुंच रहा है अभी तक किसी ने भी सोचा तक नहीं। बतादें कि तहसील की छत पर बडी बडी पानी की टंकियां रखी गई है। पर किसी भी टंकी में ढक्कन नहीं है। अक्सर टंकियों में गर्मी मिटाने के लिये बंदर नहाते मिलते हैं। एक ओर जल बचाओ अभियान चलाया जाता है वहीं दूसरी ओर तहसील की छत पर पानी के पाइप भी टूटे पडे हैं जिनसे पानी लगातार चलता है। जब छत पर पानी की मात्रा अधिक हो जाती है तो पानी वह कर बरबाद होता रहता है। कई माह पूर्व सोलर प्लेट को बंदरों ने तोड डाला पर उसकी मरम्मत की ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया। बिना ढक्कन की टंकियों का पानी वाटर कूलर में आता है जिस पानी को किसान पीकर अपनी प्यास बुझाते हैं और न जाने कितनी बीमारियों को अपने साथ लेकर जाते है। जबकि अधिवक्तागण तथा सरकारी स्टाफ आरओ का पानी मंगबा कर पीते हैं। ऐसा भी नहीं है कि कोई इस लापरवाही से परिचित नहीं है। पर करे कौन। यदि लापरवाही का आलम यही रखा तो जहां तहसील की इमारत को खतरा पैदा हो जायेगा वहीं गंदा पानी किसानों को बीमार बना देगा। पानी की बेतहासा बरबादी तो हो ही रही हैै।

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