रिपोर्टघनश्याम त्रिपाठी
संतकबीर नगर संदेश महल
जिले के हरिहरपुर विद्युत उपकेंद्र के अधिकारियों द्वारा दादागिरी कर ग्रामीणों को दहशत में जीने के लिए मजबूर करने का मामला प्रकाश में आया है।सिसवनिया गांव में खौफ में जी रहे ग्रामीणों की व्यथा दिल दहलाने वाली है। तंग आकर ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से घर के बीच से ग्यारह हजार बोल्टेज का ट्रांसफार्मर सुरक्षित कर विद्युत विभाग के अधिकारियों के चंगुल से बचाने की गुहार लगाई है।महुली थाना क्षेत्र अंतर्गत गरीब मजदूर लक्ष्मण सिंह पुत्र साधु शरण सिंह सिसवनिया गांव के निवासी हैं। लक्ष्मण सिंह के घर के बीच में 11हजार वोल्टेज का ट्रांसफार्मर दरवाजे के पास लगा हुआ है जिसके कारण घर में रहने वाले दो दर्जन से अधिक लोगों की जान हसीए पर अटकी हुई है। ट्रांसफार्मर से चिंगारी हमेशा निकलती रहती है। 2 वर्ष पूर्व ट्रांसफार्मर से चिंगारी निकलने के कारण लगभग आधा दर्जन घर जलकर राख हो चुका है और कई किसानों के मवेशियों की जान भी जा चुकी है। जिसमें मौके पर पहुंचे विभाग के अधिकारियों ने ट्रांसफार्मर को सुरक्षित करने के लिए लक्ष्मण सिंह के घर के बाहर उन्हीं के जमीन में नाप कर पोल गड़वाया था,लेकिन ग्रामीणों द्वारा हरिहरपुर उपकेंद्र से लेकर जिले तक विद्युत विभाग के अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देने के बाद भी ट्रांसफार्मर घर के बीच से निकालकर सुरक्षित नहीं किया गया। बीते सप्ताह ग्रामीणों ने तहसील दिवस में लिखित प्रार्थना पत्र देकर उप जिलाधिकारी को स्थिति के गंभीरता से अवगत करवाया। एसडीएम ने तत्काल कार्यवाही का आदेश दिया। हरिहरपुर के विद्युत उपकेंद्र के एसडीओ पंकज कुमार ने एसडीएम के आदेश को लेने से इनकार कर दिया और कहा कि एसडीएम कौन होते हैं हमारे विभाग में हस्तक्षेप करने वाले? और ग्रामीणों को एक से डेढ़ लाख रुपए का एस्टीमेट देने की बात कही न देने पर फर्जी मुकदमे में फसाने की धमकी भी दी। घर के बीच में 11हजार वोल्टेज का ट्रांसफार्मर और एसडीओ के धमकी से खौफजदा ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से प्राणों की रक्षा के लिए गुहार लगाई। जिलाधिकारी ने मामला के गंभीरता को समझते हुए ट्रांसफार्मर सुरक्षित करने का आश्वासन दिया। ट्रांसफार्मर से दर्जनों ग्रामीण की जान जाने की प्रबल संभावना बनी हुई है किसी भी दिन बड़ा हादसा हो सकता है। लक्ष्मण सिंह के घर के बाहर ही उन्हीं की जमीन में नाप कर पोल गाड़ा गया है जिसमे अलग से कोई तार या अन्य उपकरण (ट्रांसफार्मर हटाने में लगने वाले उपकरण या मजदूरों को छोड़कर )लगने की संभावना नहीं है। यदि किसी दिन हादसे में किसी ग्रामीण की जान चली जाएगी तो जिम्मेदार कौन होगा? घर के बीच में ट्रांसफार्मर लगा होने से दर्जनों घरों के लोग प्रभावित हैं। ट्रांसफार्मर बाहर लग जाने से दर्जनों ग्रामीणों के घरों में बिजली सप्लाई की व्यवस्था सरल हो जाएगी।
इस संबंध में जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर ने कहा कि मामला गंभीर है ट्रांसफार्मर को जल्द ही घर के बीच से निकाल कर सुरक्षित कराया जाएगाl