रामकुमार मौर्य
बाराबंकी संदेश महल समाचार
रामनगर बाराबंकी ।गर्मी की उमस से विद्यार्थी हो रहे हैं परेशान। विद्यालयों में पढ़ाई बिल्कुल चौपट है।इस समय बरसात के मौसम में इतनी अधिक गर्मी पड़ रही है की विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चे गर्मी के वजह से परेशान हो रहे हैं। क्योंकि परिषदीय और मान्यता प्राप्त विद्यालयों का जो समय है उसके चलते दूरदराज से आने वाले नन्हे मुन्ने बच्चे गर्मी के तपन से परेशान हो रहे हैं ।सरकार ने विद्यालय खोलने का समय प्रातः 8:00 बजे रखा है तथा बंद होने का समय दोपहर 2:00 बजे का है ।जिसके चलते पूरे दिन विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चे अधिक परेशान हो जाते हैं। अभिभावकों का कहना है की शासन में बैठे लोग बच्चों की पढ़ाई पर बिल्कुल ध्यान नहीं देते हैं ।जैसा चाहते हैं वैसा विद्यालयों का समय मनमाने ढंग से तय कर देते हैं ।जिसके चलते बच्चों की पढ़ाई में बाधा उत्पन्न होती है ।इधर शिक्षण सत्र जुलाई माह के बजाएं अप्रैल माह कर दिया गया है ।इसलिए ग्रामीण अंचल में इसका प्रभाव उल्टा हो गया है। आज भी ग्रामीण अंचल के लोग अपने बच्चों का जुलाई महीने में ही विद्यालय में दाखिला दिलाते हैं। क्योंकि गांवो के रहने वाले लोग जुलाई का महीना ही बच्चों के प्रवेश के लिए मानते हैं। इसलिए जुलाई महीने में अपने बच्चों का प्रवेश दिलाने के लिए विद्यालय पहुंचते हैं ।बहुत से गांवो में ऐसे विद्यालय हैं जहां पर बिजली की कोई व्यवस्था नहीं है। गर्मी के चलते उन विद्यालयों में पढ़ रहे बच्चे परेशान होते हैं ।गर्मी को देखते हुए विद्यालय का समय सुबह 7:30 से 12:30 तकहोना चाहिए। क्योंकि सुबह से लेकर शाम तक इतनी अधिक गर्मी पड़ती है। जिसके चलते विद्यालय आने जाने वाले बच्चे परेशान होते हैं ।अभिभावकों का कहना है की हम लोगों के समय में विद्यालय प्रातः 7:00 बजे से 12:00 बजे तक चलता था तथा जाड़े के मौसम में प्रातः 10:00 बजे से 4:00 बजे तक विद्यालय चलता था ।तब भी अच्छी पढ़ाई होती थी। समय बढ़ाने से विद्यालय में देर तक बैठकर बच्चे परेशान होते हैं और पढ़ाई बिल्कुल नहीं हो पाती है ।इसलिए गर्मी को देखते हुए शासन प्रशासन को नन्हे मुन्ने बच्चो के प्रति ध्यान रखते हुए विद्यालय का समय अति शीघ्र बदलना जरूरी है ।जिससे बच्चों की पढ़ाई सुचारू रूप से चल सके।