डीडवाना राजस्थान संदेश महल
राजस्थान में खाद्य सुरक्षा योजना से अपात्र लोगों के नाम हटाने के लिए ‘गिव-अप अभियान’ जोरों पर है।इस अभियान के तहत जो लोग सरकारी सुविधाओं के लिए पात्र नहीं हैं, वे खुद आगे आकर अपना नाम राशन कार्ड से हटवा रहे हैं?
डीडवाना-कुचामन जिले में मिल रही शानदार सफलता
डीडवाना-कुचामन के जिला रसद अधिकारी उपेंद्र ढाका ने बताया कि अब तक 3700 से ज्यादा परिवारों के 12,800 से अधिक लोगों के नाम खाद्य सुरक्षा योजना से हटाए जा चुके हैं।राज्यभर की बात करें तो यह आंकड़ा 14 लाख पार कर चुका है?
क्यों चलाया जा रहा है यह अभियान?
इस योजना का असली मकसद उन जरूरतमंद लोगों तक सरकारी सहायता पहुंचाना है, जो वाकई इसके हकदार हैं।लेकिन जो अपात्र लोग इसका फायदा उठा रहे थे, उन्हें अब बाहर किया जा रहा है।
31 मार्च 2025 तक आखिरी मौका?
जिला रसद अधिकारी ने चेतावनी दी है कि 31 मार्च तक अपात्र लाभार्थियों को खुद अपना नाम हटवाना होगा।
किन्हें हटाना ज़रूरी?
✅ सरकारी, अर्द्ध-सरकारी एवं स्वायत्तशासी संस्थाओं के नियमित कर्मचारी व अधिकारी
✅ वार्षिक 1 लाख रुपये से अधिक पेंशन पाने वाले
✅ जिनकी कुल वार्षिक आय 1 लाख रुपये से अधिक हो
✅ आयकरदाता या निजी चौपहिया वाहन धारक
नाम नहीं हटाया तो क्या होगा?
अगर अपात्र लोगों ने समय रहते अपना नाम नहीं हटवाया, तो सरकार राशन की पूरी कीमत वसूलेगी? और अगर राशि जमा नहीं की गई, तो आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3/7 के तहत कानूनी कार्रवाई होगी।
जिला रसद अधिकारी उपेंद्र ढाका ने अपात्र लाभार्थियों से अपील की है—
31 मार्च 2025 तक स्वेच्छा से नाम हटवा लें, नहीं तो सख्त कार्रवाई के लिए तैयार रहें?