गोली लगने से विवाहिता की मौत पति समेत पांच के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज

 

सूरज रस्तोगी
लखीमपुर खीरी संदेश महल समाचार
रात एक विवाहिता की संदिग्ध हालात में गोली लगने से मौत हो गई। मृतका की मां की तहरीर पर पुलिस ने पति समेत पांच के विरुद्ध हत्या की रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस ने मृतका का कमरा सील कर दिया है।


मिली जानकारी अनुसार मितौली थाना क्षेत्र की पुलिस चौकी मढिया बाजार के कल्लियारामपुर गांव के रहने वाले संतोष दीक्षित की पत्नी निशा दीक्षित (38) को बीती देर रात संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लग गई। उसे आनन-फानन में सीतापुर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसका पोस्टमार्टम सीतापुर में ही कराया गया।
बताया गया कि पारिवारिक कलह के चलते महिला ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। सीओ मोहम्मदी आरके वर्मा ने गांव पहुंचकर मौका मुआयना किया। मितौली थाना प्रभारी ने आलोक धीमान ने बताया कि रात करीब 11 बजे मृतका के भाई ने फोन पर मामले की सूचना दी थी। प्रथम दृष्टया पारिवारिक कलह में गोली मार लेने का मामला सामने आ रहा है। थाना पुलिस और फॉरेंसिक टीम घटनास्थल पर पहुंची। फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए हैं। जिस कमरे में निशा काे गोली लगी थी। पुलिस ने उस कमरे को बंद करा दिया है। पुलिस के अनुसार बच्चे बृहस्पतिवार की रात माता-पिता के बीच झगड़ा होने की बात कह रहे हैं। विवाहिता को गोली कैसे लगी, यह ठीक से स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। बताते हैं कि कमरे में पति पत्नी और बच्चे ही थे। पुलिस को घटनास्थल से असलहा नहीं मिला है।
मृतका के भाई सुमित तिवारी ने बताया कि उसकी बहन और बहनोई के बीच काफी लंबे समय से अनबन थी। बहनोई संतोष शराब के नशे में अक्सर उसकी बहन निशा के साथ मारपीट करता था। बताया कि अभी कुछ दिन पहले ही पति की पिटाई से उसकी बहन का कंधा भी फ्रैक्चर हो गया था मायके पक्ष के पहुंचने पर पुलिस को दी गई तहरीर में
हरदोई जिले के पिहानी थाना क्षेत्र के गांव कुंवरपुर बघेला निवासी रमा देवी ने बताया कि उन्होंने अपनी पुत्री निशा की शादी 23 जून 2010 को मितौली के कल्लिया रामपुर निवासी संतोष उर्फ अजय दीक्षित के साथ की थी। शादी के बाद निशा के तीन संतानें भी हुईं। आरोप हैं कि निशा के पति संतोष का उसकी भाभी से प्रेम संबंध था। पता चलने पर निशा ने इसका विरोध किया था। इस बात पर काफी विवाद भी हुआ। बाद में समझाने-बुझाने पर निशा अपनी ससुराल में रहती रही। पुलिस को दी तहरीर में मां रमादेवी ने बताया कि बृहस्पतिवार की रात करीब नौ बजे संतोष दीक्षित उर्फ अजय ने फोन किया और निशा की गोली मारकर हत्या कर देने की बात कही। निशा की हत्या में पति के अलावा जेठ बब्लू उर्फ विजय, जेठानी पूर्णिमा, ससुर सिपाहीलाल व ननद बिन्ना शामिल हैं। पुलिस ने तहरीर लेकर मामले की जांच शुरू की है।
मृतका निशा दीक्षित की मां और अन्य परिवारीजन मां वैष्णो देवी के दर्शन करने गए थे। शुक्रवार को परिजन वापस आ रहे थे, इसी समय निशा की मौत का पता चला। मायके पक्ष के लोग सीतापुर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे और शव लेकर मितौली थाने जा रहे थे। सूचना मिलने पर मितौली और मैगलगंज पुलिस ने बाईपास पर उन्हें रोक लिया। परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया। परिजन, आरोपियों पर मुकदमा लिखने के बाद शव ले जाने की बात पर सहमत हुए।
बताया गया कि पारिवारिक कलह के चलते महिला ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। सीओ मोहम्मदी आरके वर्मा ने गांव पहुंचकर मौका मुआयना किया। मितौली थाना प्रभारी ने आलोक धीमान ने बताया कि रात करीब 11 बजे मृतका के भाई ने फोन पर मामले की सूचना दी थी। प्रथम दृष्टया पारिवारिक कलह में गोली मार लेने का मामला सामने आ रहा है। थाना पुलिस और फॉरेंसिक टीम घटनास्थल पर पहुंची। फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए हैं। जिस कमरे में निशा काे गोली लगी थी। पुलिस ने उस कमरे को बंद करा दिया है। पुलिस के अनुसार बच्चे बृहस्पतिवार की रात माता-पिता के बीच झगड़ा होने की बात कह रहे हैं। विवाहिता को गोली कैसे लगी, यह ठीक से स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। बताते हैं कि कमरे में पति पत्नी और बच्चे ही थे। पुलिस को घटनास्थल से असलहा नहीं मिला है।
मृतका के भाई सुमित तिवारी ने बताया कि उसकी बहन और बहनोई के बीच काफी लंबे समय से अनबन थी। बहनोई संतोष शराब के नशे में अक्सर उसकी बहन निशा के साथ मारपीट करता था। बताया कि अभी कुछ दिन पहले ही पति की पिटाई से उसकी बहन का कंधा भी फ्रैक्चर हो गया था मायके पक्ष के पहुंचने पर पुलिस को दी गई तहरीर में
हरदोई जिले के पिहानी थाना क्षेत्र के गांव कुंवरपुर बघेला निवासी रमा देवी ने बताया कि उन्होंने अपनी पुत्री निशा की शादी 23 जून 2010 को मितौली के कल्लिया रामपुर निवासी संतोष उर्फ अजय दीक्षित के साथ की थी। शादी के बाद निशा के तीन संतानें भी हुईं। आरोप हैं कि निशा के पति संतोष का उसकी भाभी से प्रेम संबंध था। पता चलने पर निशा ने इसका विरोध किया था। इस बात पर काफी विवाद भी हुआ। बाद में समझाने-बुझाने पर निशा अपनी ससुराल में रहती रही। पुलिस को दी तहरीर में मां रमादेवी ने बताया कि बृहस्पतिवार की रात करीब नौ बजे संतोष दीक्षित उर्फ अजय ने फोन किया और निशा की गोली मारकर हत्या कर देने की बात कही। निशा की हत्या में पति के अलावा जेठ बब्लू उर्फ विजय, जेठानी पूर्णिमा, ससुर सिपाहीलाल व ननद बिन्ना शामिल हैं। पुलिस ने तहरीर लेकर मामले की जांच शुरू की है।
मृतका निशा दीक्षित की मां और अन्य परिवारीजन मां वैष्णो देवी के दर्शन करने गए थे। शुक्रवार को परिजन वापस आ रहे थे, इसी समय निशा की मौत का पता चला। मायके पक्ष के लोग सीतापुर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे और शव लेकर मितौली थाने जा रहे थे। सूचना मिलने पर मितौली और मैगलगंज पुलिस ने बाईपास पर उन्हें रोक लिया। परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया। परिजन, आरोपियों पर मुकदमा लिखने के बाद शव ले जाने की बात पर सहमत हुए।

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