चार घोड़ियों के प्राइवेट पार्ट की तारों से सिलाई पशु क्रूरता अधिनियम के तहत केस दर्ज

संदेश महल समाचार

महाराष्ट्र के कोल्हापुर से एक हैरान करने वाली खबर आई है. यहां किसी व्यक्ति ने चार घोड़ियों के प्राइवेट पार्ट्स को धातु के तार से सिल दिया है. वहीं खून से लथपथ इन घोड़ियों को सांगली के भारती अस्पताल के पास छोड़ दिया. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची एक स्वयं सेवी संस्था के प्रतिनिधियों ने इन घोड़ियों को पशु अस्पताल पहुंचाया, जहां इनकी प्राइवेट पार्टस से तारों को निकालकर मरहम पट्टी की गई है।
मिडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस मामले में संस्था की ओर से सांगली थाना पुलिस में अज्ञात के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत केस दर्ज कराया गया है. पुलिस की जांच में पता चला है कि यह चारो घोड़ियां घुड़दौड़ में शामिल होती थी और इनका परफार्मेंस हमेशा बेहतर होता था. आशंका है कि इनके मालिकों को डर था कि ये घोड़ियां मैटिंग कर प्रेग्नेंट ना हो जाएं।
दरअसल प्रेग्नेंट घोड़ियों को दो से ढाई महीने तक घुड़दौड़ में शामिल नहीं किया जाता. इससे घोड़ी मालिकों को नुकसान हो जाता है. इस लिए घोड़ी मालिकों ने इनकी मैटिंग रोकने के लिए इनके प्राइवेट पार्ट को ही लोहे के तारों से सिल दिया. पुलिस के मुताबिक अभी तक इन घोड़ी मालिकों की पहचान नहीं हो सकी है. लेकिन पुलिस अपने स्तर पर पूरे मामले की छानबीन कर रही है।
पुलिस ने पशु चिकित्सकों के हवाले से बताया कि यह चारो घोड़ियां अपनी जवानी की दहलीज पर हैं।इनकी उम्र करीब तीन साल के आसपास है. कम उम्र की होने और पूरी तरह स्वस्थ होने की वजह से इनकी रेसिंग अच्छी है. लेकिन ताजा घटनाक्रम की वजह से यह चारों बुरी तरह से जख्मी हैं. एक स्वयं सेवी स्थान के प्रतिनिधि अजय बब्बर ने इन घोड़ियों को अस्पताल पहुंचाया था.
अजय बब्बर ने बताया कि इस तरह की घटना सांगली इलाके में कोई पहली बार नहीं हुई है. साल 2020 में भी इस तरह की घटना सामने आ चुकी है. उस समय भी पुलिस में शिकायत दी गई थी. लेकिन तीन साल बाद भी पुलिस आज तक उन क्रूर घोड़ी मालिकों की पहचान नहीं कर पायी है. जबकि वह घोड़ियां स्वस्थ होने के बाद फिर से रेसिंग में शामिल होने लगी हैं।
पशु चिकित्सक नरेश उप्रेती ने बताया कि सांगली में घोड़ों की दौड़ खूब होती है। घोड़ों के मालिक इन्हें रेसिंग में इस्तेमाल करने के बाद खुले में चरने के लिए छोड़ देते हैं. उन्होंने बताया कि अक्सर खुले में चरने के दौरान ये घोड़े मैटिंग करते हैं। इसमें घोड़ियां प्रेग्नेंट हो जाती हैं. ऐसे में इनके मालिकों को ढाई से तीन महीने तक इन्हें रेस से बाहर करना पड़ता है।

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