ट्रांजिट गोदाम पर छापा तीन करोड़ की चीनी सीज

रिपोर्ट
उमेश बंसल/सूर्य प्रकाश मिश्र
लखीमपुर-खीरी संदेश महल समाचार

गोविंद शुगर मिल ऐरा के जिला सीतापुर स्थित गोदाम को जिलाधिकारी के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम ने सीज कर दिया। बताया जा रहा है कि गोदाम के लाइसेंस की वैधता 2018-19 में समाप्त हो चुकी थी,और चीनी के स्टॉक से बदबू आ रही थी। प्रशासन ने गोदाम में रखी करीब तीन करोड़ रुपये कीमत की चीनी सीज कर दी है। मिल प्रबंधन ने अपनी सफाई में मामले की जानकारी नहीं होने की दलील दी है।
गौरतलब हो कि सीतापुर जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज को बिना लाइसेंस के गोदाम संचालित होने की शिकायत पर एडीएम न्यायिक हरिशंकर लाल शुक्ला की अगुवाई में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम ने कसरैला स्थित गोविंद शुगर मिल ऐरा के गोदाम पर छापा मारा। इस दौरान गोदाम में करीब 11 हजार चीनी के बोरे बरामद हुए। इनकी कीमत बाजार में करीब तीन करोड़ की आंकी गई है। बताया गया कि गोदाम का लाइसेंस 2018-19 में समाप्त हो चुका है, जिसके बाद लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं कराया गया था। फिलहाल गोदाम को सीज कर चीनी के नमूने लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिए गए हैं। प्रशासन ने जांच रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की बात कही है। ऐरा मिल प्रबंधन का कहना है कि वह चीनी को बाजार में बेच नहीं रही है और उसे गोदाम के लाइसेंस के नवीनीकरण के बावत जानकारी नहीं है।
आलोक सक्सेना, यूनिट हेड, गोविंद शुगर मिल, ऐरा के अनुसार गोदाम संबंधी कार्य मुख्यालय से देखे जाते हैं। सीतापुर में ट्रांजिट गोदाम बनाया गया है,जहां पर पिछले तीन-चार साल पुरानी चीनी रीप्रोसेसिंग के लिए रखी थी। उसमें बदबू आने की बात समझ नहीं आ रही है,क्योंकि चीनी खुद प्रिजरवेटिव है। चीनी पुरानी होने पर गीली हो जाती है,जिसे खाने के लिए प्रयोग नहीं किया जाता है। उस चीनी को हम बेच नहीं रहे हैं,बल्कि उसकी रीप्रोसेसिंग की जा रही है। लाइसेंस के नवीनीकरण न होने की जानकारी नहीं है।

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