तीसरी पीढ़ी की मोनिका त्रिवेदी बनी लेफ्टिनेंट परिवार समेत पूरे गांव में खुशी का माहौल

 

रिपोर्ट
उमेश बंशल
लखीमपुर-खीरी संदेश महल समाचार

गांव सैदापुरभाऊ में जन्मी मोनिका त्रिवेदी ने सेना में लेफ्टिनेंट बनकर जिले का मान बढ़ाया है। वह परिवार की लगातार तीसरी पीढ़ी से हैं, जो सेना में लेफ्टिनेंट बनी हैं। मोनिका के घर बधाई संदेश पहुंच रहे हैं, उनकी 20 मई को पोस्टिंग हो गई।
जिले से मात्र 10 किमी दूर सदर ब्लॉक के गांव सैदापुरभाऊ गांव में वैसे तो सरकारी नौकरी करने वाले बहुत से लोग हैं। लेकिन एक ही परिवार की लगातार तीसरी पीढ़ी से थल सेना में लेफ्टिनेंट होने व परिवार की पहली लड़की के अफसर बनने का परिवार को नाज है। मोनिका की इस सफलता से परिवार समेत पूरे गांव में खुशी का माहौल है। मोनिका की पोस्टिंग राजस्थान के लालगढ़ जत्ता में 20 मई को हुई थी, लिहाजा वो घर पर नहीं हैं, लेकिन उनके घर बधाई संदेश पहुंच रहे हैं।
दादा और पिता की विरासत को आगे बढ़ाया
मोनिका के दादा थल सेना में सूबेदार मेजर के पद पर थे, जबकि पिता राजेश त्रिवेदी फिलहाल चेन्नई में लेफ्टिनेंट कर्नल हैं। ताऊ राकेश त्रिवेदी सूबेदार मेजर और चाचा धनेश त्रिवेदी सेना में ही जेसीओ के पद पर कार्यरत हैं। मोनिका त्रिवेदी की पहली नियुक्ति राजस्थान के पाकिस्तान बार्डर पर लेफ्टिनेंट के पद पर 20 मई को हुई है। दादा व पिता के सेना में अफसर होने की वजह से रुड़की, बरेली व बंगलौर के आर्मी स्कूलों से इंटर तक पढ़ाई हुई हैं। बीकॉम लखनऊ यूनिवर्सिटी, एमए जबलपुर यूनिवर्सिटी से किया है।
देश की सेवा करने की चाह सेना में खींच लाई
मोनिका त्रिवेदी कहती हैं, कि उन्हें दादा और पिता जी की तरह शुरू से ही देश सेवा करने की इच्छा थी। इसीलिए वह बीकॉम करने के बाद ही आर्मी में भर्ती होने की तैयारी करने लगी थीं। आर्मी की वर्दी मुझे बहुत अच्छी लगती थी, जिसे पहनकर देश की सेवा करना चाह रही थी। मेरे इस सफर में मेरे पूरे परिवार ने साथ दिया और उन सबके आशीर्वाद से ही आज इस मुकाम तक पहुंची हूं। मेरे दादा जी इस समय जिंदा होते तो वो मुझे इस वर्दी में देखकर सबसे ज्यादा खुश होते।

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