रिपोर्ट
जेपी रावत
सीतापुर संदेश महल समाचार
आखिर ऐसा क्या है जो दरोगा जी अपने मानवीय कर्तव्यों को भूलकर पक्ष विशेष की मदद के लिए यहां तक कि धमकी भी दे डाली। साथ ही अपनी प्रतिष्ठा को पेड़ उठवाने के लिए लगा दिया, कहना है कि पेड़ उठेंगे तो आज ही उठेंगे। मैं आ रहा हूं।अहम पहलू यह है कि,दरोगा जी ने अपने ही शब्दों में एक नया कानून भी बना कर फरमान जारी कर दिया। कहना है कि जो पेड़ को लगाएगा वहीं काटेगा, यदि कोई ग्राम प्रधान ग्राम पंचायत की भूमि पर पेड़ों को रोपित कर रहा है तो महोदय जी के आदेशानुसार उसी का मालिकाना हक हो जाता है,और वह पेड़ों को काट भी सकता है। इससे यह साबित हो रहा है कि यदि कोई व्यक्ति किसी की भूमि पर पेड़ों को लगा दिया है तो आपके निर्देशानुसार उन पेड़ों पर उसी का मालिकाना हक हो जाता है। आखिर दरोगा जी इन पेड़ों के लिए अपनी प्रतिष्ठा क्यों दांव पर लगा रहे हैं।यह तो पता नहीं बल्कि एक पक्षीय फैसले से आम आवाम में इस समय दरोगा जी की किरकिरी खूब हो रही है। यदि बात करते हैं
नई राज्य वन नीति-2017 की तो इस बात में भी बड़ा घालमेल है। फिलहाल दरोगा जी की जिद है……..?

आइए जानते हैं कि आखिर मामला क्या है, मिली जानकारी अनुसार उत्तर प्रदेश के जनपद सीतापुर में एक मामला सामने आया जिसमें।
ग्राम पंचायत रोजहा विकासखंड एलिया थाना इमलिया सुल्तानपुर जिला सीतापुर प्रधान पूजा सिंह प्रधान पति अभिषेक सिंह से थाना इमलिया सुल्तानपुर के यस आई राजेश सिंह से बात की तो एसआई मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों में सुलह समझौता कराकर सुलहनामा लिखवाया उपरांत भूतपूर्व दबंग प्रधान ने दोबारा थाना इमलिया सुल्तानपुर एसआई राजेश सिंह से मिलकर आपसी तालमेल बनाकर वर्तमान प्रधान के ऊपर दबाव बनाना शुरू किया। मामले को प्रधान प्रतिनिधि अभिषेक सिंह ने एसआई राजेश से बात किया।और कहा कि सरकारी जमीन पर लगे पेड़ सरकार के होते हैं, अन्यथा की दशा में महोदय यह पेड़ सरकारी कोष में जमा करा दिया जाए। जिससे विवाद खत्म हो जाए ।इतनी बात सुनते ही एसआई राजेश सिंह प्रधान को धमकी दे डाली,पेड़ आज उठाएंगे मैं उठा लूंगा और जिस ने लगाया है वही काटेगा तुमको जो करना करो मै आ रहा हूं। वाह दरोगा जी अब आगे देखना है कि सरकारी पेड़ दबंग भूतपूर्व प्रधान के हिस्से में जाते हैं या सरकारी कोष में जमा होते हैं। यह सवाल भविष्य के गर्भ में है।