रिपोर्ट
सूर्य प्रकाश मिश्र
सीतापुर संदेश महल समाचार
थाना मछरेहटा क्षेत्र में घर के बाहर खड़ंजे पर दरवाजा रखने को लेकर दो पक्षों में हुए विवाद के बाद मामला खूनी संघर्ष में बदल गया। दोनों पक्षों के बीच जमकर पथराव हुआ और लाठी-डंडे चले। घायल किशोरी लखनऊ ट्रॉमा सेंटर में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। दोनों पक्षों से 13 लोग घायल हो गए हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूचना पर पहुंची पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है।पुलिस के मुताबिक कार्रवाई की जा रही है। गौरतलब हो कि मामला मछरेहटा इलाके की ग्राम पंचायत फतहनगर मजरा लक्ष्मणपुर गांव में दरवाजा रखने को लेकर करीब डेढ़ माह से बराती और शत्रोहन के बीच विवाद चला आ रहा था। कई बार दोनों पक्ष आपस में भिड़ चुके थे।एक बार फिर दोनों आमने-सामने आ गए। रात बाराती दरवाजा खड़ंजे के पास रख रहे थे। इसकी सूचना मिलने के बाद शत्रोहन मौके पर पहुंचे और दरवाजा रखने का विरोध करने लगे।इसके बाद मारपीट शुरू हो गई। लाठी-डंडे और ईंट-पत्थर चले। घटना में एक पक्ष की फूलवती, सुखरानी, रामलाल, परशुराम, बराती, उदय, कमलेश, घायल हो गए। जबकि दूसरे पक्ष से मधुरानी, सिरदार, आरती, प्रियंका, काजल (15) पुत्री स्व. हरिश्चंद्र घायल हो गए। दोनों पक्षों से कुल 14 लोग घायल हुए हैं। सभी घायलों को मछरेहटा सीएचसी में भर्ती कराया गया, जहां से गंभीर रूप से घायल काजल को जिला अस्पताल भेजा गया। रात में लखनऊ रेफर किया गया। लखनऊ में इलाज के दौरान किशोरी की मौत हो गई। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर दोनों पक्षों पर केस दर्ज कर लिया गया है। एसओ मछरेहटा मुकेश कुमार वर्मा ने बताया कि दो पक्षों में दरवाजा रखने को लेकर विवाद हुआ था। मारपीट में एक किशोरी की मौत हो गई है। तहरीर के आधार पर मामले में केस दर्ज कर लिया गया है। जांच की जा रही है। जांच पड़ताल कर कार्रवाई होगी।
पुलिस चेत जाती तो न होती घटना
घर के सामने खड़ंजे के पास दरवाजा रखने को लेकर दोनों पक्षों में अचानक विवाद में घटना नहीं है बल्कि दोनों पक्षों के करीब डेढ़ माह से इसको लेकर रंजिश चल रही थी। कई बार दोनों पक्ष टकराए। विवाद हुआ। मामला पुलिस के पास पहुंचा, लेकिन आरोप है कि एसओ मछरेहटा ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। वह मामले में टाल मटोल करते रहे। विवाद को शांत कराने या फिर कार्रवाई करने तक की जहमत एसओ ने नहीं उठाई। यही वजह रही कि, मामला दिन पर दिन और तूल पकड़ता चला गया। नतीजतन, घटना हो गई। मामले में पुलिस की लापरवाही भी सामने आई है।
एक पक्ष ने तहसील थाना तो दूसरे ने दीवानी में किया था वाद
दरवाजा रखने को लेकर दोनों पक्षों के बीच चल रहे विवाद को लेकर बराती ने थाने से तहसील दिवस तक प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की थी, जबकि दूसरे पक्ष के शत्रोहन ने न्यायालय में दीवानी मुकदमा दायर कर दिया था। बताते हैं कि कई बार यह दोनों पक्ष थाने पर मछरेहटा एसओ के सामने भी पेश हुए, लेकिन मामला सुलझ नहीं पाया।