शराब की दुकानों व ठेकों मेडिकल स्टोरों पर लगायें जाये सी0सी0टी0वी0 कैमरे

सीतापुर (संदेश महल) एक दिवसीय दौरे पर आये सदस्य, उ0प्र0 राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग श्याम त्रिपाठी ने महमूदाबाद एवं बिसवां खण्ड में नाबालिक के साथ हुई छेड़छाड़ की घटना से संबंधित विद्यालयों का स्थलीय निरीक्षण कर बाल संरक्षण हेतु समय-समय पर जारी निर्देशों के अनुपालन की स्थिति की समीक्षा की। विद्यालयों में समुचित प्रबंध न मिलने तथा संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत न कर पाने पर सदस्य द्वारा कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुये संबंधित अधिकारियों को मान्यता एवं विद्यालय संचालन से संबंधित समस्त प्रपत्रों की गहनतापूर्वक जांच कर आख्या प्रेषित किये जाने के निर्देश दिये गये।
आशुतोष बृजमोहन लाल मेमोरियल कॉलेज महमूदाबाद एवं सरस्वती आदर्श विद्या मन्दिर इण्टर कॉलेज टिकरा बिसवां में निरीक्षण के दौरान शिकायत पेटिका का उचित स्थान पर प्रबंध किये जाने के निर्देश सदस्य द्वारा दिये गये। इसके अतिरिक्त अन्य पालिसी संबंधी प्रपत्र भी प्रस्तुत न किये जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की गयी। विद्यालय में महिला एवं बाल अधिकारों के संरक्षण हेतु समस्त प्रबंध सुनिश्चित करने, आवश्यक मूलभूत सुविधाएं यथा रैम्प, शौचालय, पेयजल, प्राथमिक चिकित्सा पेटी आदि का समुचित प्रबंध करने, समस्त कार्मिकों को पुलिस सत्यापन के बाद ही सेवा में रखनें, वाहन चालकों के प्रपत्रों का गहनतापूर्वक सत्यापन कराने, कर्मचारियों की संदिग्ध गतिविधियों पर निगरानी रखनें तथा छात्र-छात्राओं द्वारा अवगत करायी गयी शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश भी सदस्य द्वारा दिये गये। उन्होंने संबंधित प्रबंधकों, प्रधानाचार्यों एवं शिक्षकों को प्रेरित करते हुये कहा कि विद्यालय में आने वाले सभी छात्र-छात्राएं को सुरक्षा एवं समुचित प्रबंध देना हम सबकी जिम्मेदारी है, इसलिये सभी एक अभिभावक की भांति पूरी निष्ठा के साथ इसका निर्वहन करें। उन्होंने चेतावनी देते हुये कहा कि महिला एवं बाल अधिकारों से संबंधित दिशा-निर्देशों के अनुपालन में यदि कहीं लापरवाही पायी जायेगी तो संबंधित के विरूद्ध नियमानुसार कठोर कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने महमूदाबाद क्षेत्र की पीड़िता से भेंट कर आश्वस्त किया कि दोषियों के विरूद्ध नियमानुसार कठोर कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने संबंधित जांच अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रकरण की त्वरित जांच कर दोषियों को कड़ी सजा दिलायी जाये।
इसके उपरान्त सदस्य श्याम त्रिपाठी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हुई, जिसमें बाल संरक्षण से जुड़ी योजनाओं, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना तथा ‘‘एक युद्ध नशे के विरूद्ध‘‘ की विस्तारपूर्वक समीक्षा की गयी। सदस्य द्वारा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं जिला विद्यालय निरीक्षक सहित संबंधित अधिकारियों को कड़े निर्देश दिये गये कि बाल अधिकार संरक्षण से संबंधित निर्देशों का सभी शैक्षणिक संस्थाओं में शतप्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित कराया जाये तथा इसकी समय-समय पर जांच भी की जाये। अनुपालन न करने वाली संस्थाओं को चिन्हित करते हुये उनके विरूद्ध नियमानुसार कठोर कार्यवाही की जाये। भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं न हों, इसके लिये व्यापक स्तर पर कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिये। जिला प्रोबेशन अधिकारी को निर्देशित किया कि महिलाओं के यौन उत्पीड़न को रोकने हेतु बनायी गयी विशाखा गाइडलाइन का सभी संस्थाओं में शतप्रतिशत अनुपालन किया जाये तथा समिति बनाते हुये प्राप्त शिकायतों पर जांचोपरान्त कार्यवाही की जाये। बाल भिक्षावृत्ति, बाल श्रम रोके जाने हेतु व्यापक अभियान चलाने के निर्देश श्रम प्रवर्तन विभाग के अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि श्रम प्रवर्तन विभाग के अधिकारी निजी शिक्षण संस्थाओं में कार्यरत कार्मिकों को उपलब्ध करायी जा रही वेतन एवं अन्य सुविधाओं की जांच करें तथा जिन संस्थाओं में वेतन, भत्ते एवं अन्य सुविधाएं मानकों के अनुरूप न पायी जायें, उन्हें चिन्हित करते हुये नियमानुसार कार्यवाही कर आख्या प्रेषित करें। सदस्य उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग श्याम त्रिपाठी ने बाल संरक्षण से संबंधित बिंदुओं पर समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना सामान्य, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना आदि की समीक्षा भी की। उन्होंने स्पॉन्सरशिप योजना के अंतर्गत लाभान्वित होने वाले 20 बच्चों को योजना का स्वीकृति पत्र व उपहार प्रदान कर सम्मानित किया। उन्होंने श्रम विभाग के द्वारा माह अगस्त, सितंबर में चलाये गये अभियान के संबंध में जानकारी ली तथा उन्हें अग्रिम अभियानों में बाल कल्याण समिति को भी शामिल किए जाने के निर्देश भी दिए। शिक्षा विभाग से जिला विद्यालय निरीक्षक व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को विद्यालयों में बच्चों की सुरक्षा के संबंध में विशेष ध्यान देने हेतु निर्देशित किया। एक युद्ध नशे के विरुद्ध अभियान के क्रम में जनपद में बच्चों को नशे से दूर रखे जाने के दृष्टिगत चिकित्सा विभाग को बैनर पंपलेट व अन्य प्रचार सामग्री जिला प्रोबेशन अधिकारी को उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही जिला आबकारी अधिकारी व ड्रग्स निरीक्षक को निर्देश दिए गए की नाबालिक बच्चों को नशे की दुकानों व प्रतिबंधित दवाइयां के सेवन से दूर रखने व निगरानी हेतु शराब की दुकानों व ठेकों तथा मेडिकल स्टोरों पर सी0सी0टी0वी0 कैमरे लगाए जाए।
बैठक के दौरान अध्यक्ष व सदस्य बाल कल्याण समिति के द्वारा उनके स्तर पर लंबित प्रकरणों के संबंध में जानकारी दी गई तथा कार्य के संबंध में हो रहे परेशानियों से अवगत कराया गया, जिस पर सदस्य ने जिला प्रोबेशन अधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए। जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रिया पटेल द्वारा सदस्य बाल संरक्षण आयोग को आश्वस्त किया गया कि उनके द्वारा दिये गये निर्देशों का शतप्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा।
बैठक के दौरान अध्यक्ष सदस्य बाल कल्याण समिति सीतापुर, जिला विद्यालय निरीक्षक राजेन्द्र सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अखिलेश प्रताप सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी हर्ष मवार, जिला आबकारी अधिकारी के0पी0 यादव, जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रिया पटेल, प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर चाइल्ड लाइन, जिला बाल संरक्षण ईकाई के अन्य स्टाफ एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

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