रिपोर्ट: संवाददाता अमरोहा संदेश महल
अमरोहा में आज शिक्षा व्यवस्था की अनियमितताओं और निजी स्कूलों की बढ़ती मनमानी के खिलाफ अभिभावकों का गुस्सा सड़कों पर नजर आया। ‘फ्रेंड्स ऑफ अमरोहा’ नामक सामाजिक संगठन के नेतृत्व में सैकड़ों अभिभावक कलेक्ट्रेट पहुंचे और जोरदार प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि जिले के कई निजी स्कूल बिना किसी ठोस आधार के हर साल फीस में भारी वृद्धि कर रहे हैं। इसके अलावा, छात्रों की यूनिफॉर्म और किताबें केवल एक ही दुकान से खरीदने के लिए मजबूर किया जा रहा है, जिससे माता-पिता को निर्धारित कीमत से कहीं अधिक चुकाना पड़ता है।
मुख्य मांगें:
फीस वृद्धि पर नियंत्रण हेतु जिला स्तर पर निगरानी समिति बनाई जाए।
यूनिफॉर्म और पाठ्यपुस्तकों की खरीद को स्वतंत्र रखा जाए।
स्कूलों को पारदर्शिता के साथ शुल्क संरचना सार्वजनिक करने के निर्देश दिए जाएं।
दोषी स्कूलों पर कार्रवाई के लिए शिक्षा विभाग को सक्रिय किया जाए।
प्रदर्शन के पश्चात प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी निधि गुप्ता वत्स से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में निजी स्कूलों की अनियमितताओं की जांच और ठोस कदम उठाने की मांग की गई है।
फ्रेंड्स ऑफ अमरोहा के संयोजक ने कहा कि “शिक्षा एक अधिकार है, व्यापार नहीं। यदि जिला प्रशासन हमारी मांगों पर कार्रवाई नहीं करता, तो हम आगे और बड़ा जन आंदोलन खड़ा करेंगे।
इस प्रदर्शन में महिलाओं की भी बड़ी भागीदारी देखने को मिली। कई अभिभावकों ने व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए बताया कि कैसे उन्हें किताबों और यूनिफॉर्म के नाम पर आर्थिक शोषण का सामना करना पड़ रहा है।
जिला प्रशासन का रुख:
डीएम निधि गुप्ता वत्स ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए संबंधित विभागों को निर्देशित किया जाएगा और यदि कोई स्कूल दोषी पाया गया तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी