दीपू सिंह
मैनपुरी संदेश महल समाचार
जनपद मैनपुरी में शान्ती देवी पत्नी स्वं0 राकेश कुमार नि0 बालाजीपुरम आश्रम रोड थाना कोतवाली मैनपुरी द्वारा प्रार्थना पत्र के माध्यम से अवगत कराया कि प्रार्थिया स्वास्थ्य विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है। प्रार्थिया की एक दिन राजीव नामक व्यक्ति से मुलाकात हुई जो अपने आपको पशु चिकित्सालय गौतमबुद्धनगर में अधिकारी के पद पर तैनात होना बताया तथा मेरे बच्चे की नौकरी लगवाने का आश्वासन दिया। प्रार्थिया बातों में आकर राजीव कुमार द्वारा बताये गये खाता संख्या में 350000 रूपयें डाल दियें तथा उसके मोबाइल नम्बर पर कागज भेज दिये। कुछ दिनों तक तो राजीव फोन पर बात करता रहा ओर काम की तसल्ली देता रहा लेकिन कुछ दिन बाद राजीव ने फोन उठाना बन्द कर दिया तब हमें शक हुआ कि यह व्यक्ति तो फ्रॉड है जिसने मेरे लड़के की नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी कर ली है। बाद में पता चला कि इसके द्वारा 1- कल्पना रानी पुत्री विक्रम नि0 सतीश हास्पीटल के पास मैनपुरी से 100000, 2- शिव कुमार पुत्र दाताराम नि0 रूपपुर गणेशपुर थाना एलाऊ मैनपुरी से 250000 रूपयें 3- रवी भदौरिया पुत्र सूरजवीर नि0 उझइया फकीरपुर थाना दन्नाहार मैनपुरी से 50000 रूपयें 4- विपिन यादव पुत्र सुभाष नि0 लालपुर मुढौसी थाना किशनी मैनपुरी से 1500 रूपयें 5- पुष्पा पुत्री श्री सुभाष नि0 लालपुर मुढौसी थाना किशनी मैनपुरी से 1500 रूपयें 6- पूजा यादव पत्नी श्री ललित कुमार नि0 नगला नौजी थाना फरिहा फिरोजाबाद से 5000 रूपयें 7- बबीता पुत्र आनन्द नि0 पैरार शाहपुर थाना करहल मैनपुरी से 5000 रूपयें नौकरी लगवाने के नाम पर लिये है। जिसके सम्बन्ध में थाना कोतवाली मैनपुरी पर मु0अ0सं0 510/23 धारा 420 भादवि पंजीकृत किया गया आज दिनांक 26/07/2023 को थाना कोतवाली व साइबर सैल टीम द्वारा उक्त अभियोग में संलिप्त अभियुक्त राजीव कुमार को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ में बताया कि मैने शान्ती देवी जो बालाजीपुरम आश्रम रोड पर रहती है, उसने लड़के की नौकरी लगवाने एवं कल्पना रानी पुत्री विक्रम नि0 सतीश हास्पीटल के पास मैनपुरी एवं अन्य कई लोगों से नौकरी लगवाने के नाम पर सभी को विश्वास में लेकर पैसे लिये हैं। मैं अपने आपकों पशु चिकित्सालय में अधिकारी बताता था। विश्वास दिलाने के लिए मैने फर्जी पशु चिकित्सक का आईडी कार्ड भी बना रखा है। मेरा कहीं भी किसी भी विभाग में कोई जुगाड नही है। मैने फर्जी तरीके से आधार कार्ड तैयार करायें है। जिनका प्रयोग मैं फर्जी सिम जारी कराने के लिए करता हूँ। जिससे मैं पकडा ना जाऊ। अभियुक्त राजीव उपरोक्त द्वारा इसी तरीके से स्वास्थ विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर कुछ अन्य लोगों के नाम भी बताये गये। अभियुक्त के आपराधिक इतिहास के बारे में जानकारी की जा रही।