रिपोर्ट
सूर्य प्रकाश मिश्र
सीतापुर संदेश महल समाचार
जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने मिश्रिख नैमिषारण्य का भ्रमण कर 84 कोसीय परिक्रमा मार्ग की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। परिक्रमा मार्ग का स्थलीय मुआयना करते हुए विभिन्न पड़ावों पर की जा रही व्यवस्थाओं को देखा।पड़ाव स्थल के निरीक्षण के दौरान पर्यटन विभाग द्वारा कराए गए कार्यों को देखते कुनेरा तीर्थ,ककरघटा घाट आदि स्थलों का जायजा लिया। अफसरों को परिक्रमा शुरू होने से पूर्व सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए।
डीएम ने 84 कोसीय परिक्रमा मार्ग पर सभी व्यवस्थाओं को समय से पूर्ण करने के निर्देश दिए।84 कोसीय परिक्रमा से संबंधित सभी विभागों के अधिकारियों को सभी तैयारियां समय पूर्ण किए जाने के निर्देश दिए। कहा कि स्वच्छता के प्रबंध का विशेष ध्यान रखा जाए। इसके अतिरिक्त परिक्रमा मार्गों को ठीक कराने के निर्देश देते हुए कहा,प्रकाश व पेयजल का समुचित प्रबंध किया जाए।साथ ही परिक्रमा में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस बल,स्वास्थ्य टीमें प्रत्येक पड़ाव स्थल तथा परिक्रमा मार्ग पर आवश्यकतानुसार लगाई जाएं। साथ ही एंबुलेंस व्यवस्था भी रखी जाए।इस दौरान डिप्टी कलेक्टर अनुपम मिश्रा, तहसीलदार मिश्रिख, खंड विकास अधिकारी काजल, एडीओ पंचायत मनोज सिंह सहित संबंधित विभागों के अफसर उपस्थित रहे।
एक नज़र परिक्रमा मार्ग की बदहाली पर
सीएम योगी आदित्यनाथ ने वर्ष 2017 में नैमिषेय शंखनाद कार्यक्रम के समापन अवसर पर नैमिष तीर्थ की 84 कोसीय परिक्रमा विकास के लिए 25.76 करोड़ राशि का ऐलान किया था। तीन साल बीतने के बाद भी लाखों श्रद्धालुओं के लिए परिक्रमा पथ में पड़ाव स्थल, तीर्थ, मंदिर अब भी बदहाल है। 14 मार्च से प्रसिद्ध 84 कोसीय परिक्रमा फिर से शुरू होने वाली है।
लेकिन वहां तो हालत पहले जैसे ही दिख रहे हैं। परिक्रमार्थियों के लिए साल तो जरूर बदलते रहे है, लेकिन परिक्रमा मार्ग और पड़ावों की अव्यवस्थाएं अभी दशकों की तरह जस की तस ही हैं। पहले पड़ाव के मार्ग में स्थित परिक्रमा मार्ग का प्रमुख तीर्थ कुनेरा वर्तमान में सूखा पड़ा हुआ है। यहां झाड़-झंखाड़ उगी है। वहीं तीर्थ के आसपास गंदगी है। कहने का आशय यह है कि परिक्रमा मार्ग बदहाली का शिकार है।