बंगाली डॉक्टर का अपना दोस्त ही निकला हत्यारा,उधार के पैसे न देने पड़े इसलिए कि थी हत्या

नसीराबाद थाना क्षेत्र में 15 दिन में पहले हुई बंगाली डॉक्टर की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस के मुताबिक उधार के पैसे न चुकाने पड़े इसलिए डॉ. निर्मल मंडल की हत्या उसके दोस्त ने ही कर दी थी। घटना वाली रात दोनों ने पहले साथ में शराब पी और खाना खाया। इसके बाद शंकर ने सिलबट्टे से सिर कूचकर मार डाला। पुलिस ने हत्यारोपी दोस्त शंकर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।शुक्रवार को पुलिस कार्यालय के किरण हाल में आयोजित प्रेसवार्ता में सीओ सिटी वंदना सिंह ने बताया कि एक फरवरी की रात डॉ. निर्मल का खून से लथपथ शव मिला था। पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने जांच के बाद हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। कॉल डिटेल से पता चल कि घटना वाले दिन डॉ निर्मल की आखिरी बार दोस्त शंकर से बात हुई थी। शंकर से पुलिस ने जब कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया।पुलिस पूछताछ में शंकर ने बताया कि मैं अपने मित्र डॉ. निर्मल का 40 हजार रुपए उधार नहीं चुका पा रहा था। इसको लेकर कई बार विवाद भी हुआ। डॉ. निर्मल का परिवार रिश्तेदारी में गया हुआ था तभी रात में मैं उसके घर पर रुक गया। दोनों ने साथ में खाया पीया। इसके बाद देर रात सिलबट्टे से कूचकर हत्या कर दी। मेरा व्यापार में नुकसान हो गया था जिससे मेरे पास पैसे नहीं थे। आए दिन डॉ. निर्मल पैसा मांगता रहता था।वंदना सिंह ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि दोनों युवक बांग्लादेशी थे। यहां पर रहकर व्यापार करते थे। आपस में लेनदेन का भी कार्य किया करते थे। इसी तरह डॉक्टर निर्मल शंकर से अपने पैसे मांगने लगा जिस पर दोनों में आपस में कहासुनी हुआ करती थी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। गिरफ्तार करने वाली टीम में नसीराबाद थानाध्यक्ष दयानंद तिवारी,एसओजी प्रभारी अमरेश त्रिपाठी,दरोगा पुरुषोत्तम दास,दरोगा राजेश यादव सहित 19 पुलिस कर्मी शामिल रहे।

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