किसानों को दिशानिर्देश देने के लिये राष्ट्रीय महासचिव तथा जिलाध्यक्ष अधिकृत।
यूनियन बीस मार्च को देगी ज्ञापन तथा एक माह के बाद होगा बिरोध शुरू- पवन ठाकुर
पंकज शाक्य
किशनी/मैनपुरी- भारतीय किसान यूनियन (किसान) ने एलान किया है कि वह किसी राजनीतिक दल की पिछलग्गू नहीं है। वह सरकार के हर उस निर्णय का समर्थन करेगी जो किसानों के हितों में होंगे। अन्यथा नई सरकार बिरोध झेलने के लिये तैयार रहे।
रविवार को भा0कि0यू0 (किसान) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन ठाकुर किशनी आये थे। वह उत्तरप्रदेश के बिभिन्न जिलों का दौरा कर जिला कार्यकारिणी को आवश्यक निर्देश जारी कर रहे हैं। सर्वप्रथम वह यूनियन के जिलाध्यक्ष अनुरूद्ध दुबे के आवास पर गये और जिला स्तर के पदाधिकारियों से मिलकर उनको आवश्यक निर्देश दिये। बाद में उन्होंने कस्बा स्थित सेठ जे. एस गार्डन में यूनियन के पदाधिकारियों की बैठक कर कहा कि आज जब प्रदेश में चुनावी बहार है सारे दलों के प्रत्याशी अपके चरणों की धूल साफ करते नजर आयेंगे। लेकिन चुनाव जीतने के बाद कोई आपकी सूरत भी याद नहीं रखता है। इसलिये ऐसे प्रत्याशी को चुनें जिस पर आपको विश्वास हो कि वह बिधायक बनने के बाद भी आपकी बात सुनेगा। ऐसे प्रत्याशी को कभी वोट मत देना जो किसानों की आबाज को नजर अंदाज करे। विधायक आपका है तो उसकी जिम्मेदारी होती है कि वह हर प्रकार से अपने क्षेत्र की जनता के हितों की रक्षा करे। आज हर राजनीतिक दल सुबिधाओं की टोकरी अपने हाथों में लिये घूम रहा है। लेकिन चुनाव के बाद वह टोकरी गायब हो जाती है। आज सब आपकी हां में हां मिलायेंगे पर चुनाव के बाद आपका फोन भी नहीं उठायेंगे। इसलिये अपना वोट सोच समझ कर ही देना। उन्होंने कहा कि वोट देने के लिये किसी को यूनियन की ओर से मजबूर नहीं किया जायेगा। हां लेकिन गलत और ऐसे आदमी को मत चुन लेना जो पांच सालों तक आपको पहिचाने भी न। राष्ट्रीय महासचिव शीलेष दुबे ने कहा कि जो प्रत्याशी उनके पास आकर अपना एजेन्डा बतायेगा उसे संगठन में रखा जायेगा। इसके बाद ही वह यूनियन के लोगों को मतदान के बारे में दिशानिर्देश जारी करेंगे।
सरकार किसी की बने, यदि किसानों को दिये वायदों से मुकरे तो करेंगे बिरोध – पवन ठाकुर
सेठ जेएस गार्डन में भा0कि0यू0 (किसान) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन ठाकुर ने पत्रकारों से बात करते हुये कहा कि दस मार्च को नई सरकार का गठन हो जायेगा। इसके ठीक बाद बीस मार्च को समूचे प्रदेश में उनका संगठन किसानों के साथ किये गये वादों को पूरा करने के लिये जिला स्तर पर ज्ञापन देकर मांग करेगा कि वादों को जल्द से जल्द पूरा किया जाय। वह एक माह तक इंतजार भी करेंगे। उसके बाद भी यदि वादों पर अमल न किया गया तो वह पूरी ताकत के साथ सरकार का बिरोध करना शुरू कर देंगे। उन्होंने कहा कि किसानों की समस्यायें रजिस्टार कार्यालय तथा तहसील से शुरू होतीं है। उनकी मांग है कि तहसील स्तर की समस्याओं को फास्टट्रेक कोर्ट बनाकर हल किया जाय। ताकि किसान बर्बाद होने से पूरी तरह से बच सके। इसलिये जनपद मैनपुरी के चुने जाने बाले समस्त बिधायकों को समझना होगा कि यदि उन्होंने सत्ता के मद में किसानों की अनदेखी की तो पांच सालों तक उनको हम चैन की नींद नहीं सोने देंगे।
अपने अपने क्षेत्रों में जाकर किसानों को यूनियन के मन्तब्य को समझायें – शीलेश दुबे।
पत्रकार वार्ता के बाद यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव शीलेष दुबे ने अपने संबोधन में कहा कि जब कोई प्रत्याशी उनके पास आकर किसानों के हितों के बारे में अपना अजेडा बतायेगा तो वह उस अजेन्डे को संगठन के पटल पर रखेंगे। उसके बाद ही संगठन आपको उक्त प्रत्याशी के पक्ष में मतदान के लिये निर्देशित करेगा। उन्होंने आगाह किया कि दल और जाति को देखकर आपने कई बार सरकारें बनबाईं हैं और धोखे खाये हैं। लेकिन अब ऐसा मत करना। जिलाध्यक्ष अनुरूद्ध दुबे ने कहा कि अब किसान पहले की अपेक्षा काफी जागरूक हो चुका है। अब पैसे और शराब लेकर वोट देना और बाद में पांच सालों तक यातनायें झेलना कोई समझदारी की बात नहीं होगी। उन्होंने कहा कि आप इनकार किसी को मत करना पर वोट किसान हित में काम करने बाले को ही देना। उन्होंने हर पदाधिकारी को अपने अपने क्षेत्र में शान्ति के साथ यूनियन की नीति के बारे में प्रचार करने को कहा। इस अवसर पर राष्ट्रीय महामंत्री हर्ष गुप्ता, प्रदेश सचिव बिनोद यादव, शिवाकान्त दुबे, अतुल पाठक, अमित पाण्डेय, उमेश पाण्डेय, श्याम पाण्डेय, कौशल शाक्य, लक्ष्मीकान्त तिवारी, राघवेन्द्र चौहान, गौरव दुबे, उर्मिला यादव, रैनू यादव, रमन यादव, नीरज यादव, हरभान शाक्य, आलोक दुबे, अभिषेक दुबे आदि मौजूद रहे।