लखीमपुर खीरी: राजापुर चौराहे से डॉन बास्को पुलिया तक फोरलेन निर्माण का काम रफ्तार पकड़ चुका है। सड़क के दोनों ओर बजरी-मौरंग गिराई जा रही है, और चौड़ीकरण की जद में आए मकान-दुकानों को तोड़ा जा रहा है। सोमवार को अतिक्रमण के दायरे में आए मकानों और दुकानों पर लाल निशान लगा दिए गए। किसी का तीन फुट, तो किसी का साढ़े चार फुट अतिक्रमण पाया गया। पीडब्ल्यूडी की सख्त चेतावनी के बाद मकान और दुकान मालिकों ने खुद ही अपना निर्माण तोड़ना शुरू कर दिया है।
रसूखदारों को छूट, गरीबों पर सख्ती
दुकानदार श्याम सुंदर गुप्ता, विनोद कुमार, सचिन कुमार, बाबूराम और दिलीप कुमार का आरोप है कि सड़क के एक ओर रसूखदार लोगों के घर हैं, जहां बना नाला जस का तस है। लेकिन दूसरी ओर गरीबों की बस्ती का नाला पीछे किया जा रहा है। क्या ये दोहरा मापदंड नहीं है। गरीब अपनी आवाज़ उठाए भी तो किसके सामने। सड़क चौड़ीकरण का काम शुरू हो गया, लेकिन बिजली के खंभे और ट्रांसफार्मर अब तक नहीं हटवाए गए। इससे लोगों में नाराजगी बढ़ रही है। कार्यदायी संस्था की मनमानी से लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। शुक्रवार सुबह ऑफिस के समय पेड़ों की कटाई शुरू कर दी गई, जिससे राजापुर चौराहे से सौजन्या चौराहे तक भयंकर जाम लग गया। सिविल कोर्ट के वकील राजेश गुप्ता, मनमोहन त्रिवेदी और विवेक शुक्ला को कोर्ट पहुंचने में पौन घंटे की देरी हो गई।
मकान मालिकों की शिकायत –कितना तोड़ना है, कोई बताने वाला नहीं
मकान मालिक श्याम सुंदर गुप्ता, सीटू और सलीम का कहना है कि लाल निशान तो लगा दिए गए, मगर कोई अधिकारी यह बताने तक नहीं आया कि कितनी जगह तोड़नी है। कोई साढ़े तीन फुट कहता है, तो कोई पांच फुट। आखिर सही नाप-जोख क्यों नहीं की जा रही।
PWD का बयान –जो खुद नहीं हटाएंगे, उनका निर्माण जब्त होगा
के.के झा, अधिशासी अभियंता – पीडब्ल्यूडी का कहना है, कि बिजली विभाग को रिमाइंडर भेजा जा चुका है, जल्द ही खंभे और ट्रांसफार्मर हटा दिए जाएंगे। जिसका निर्माण चौड़ीकरण की जद में आएगा, उसे हटवाया जाएगा। कुछ लोग खुद ही तोड़ रहे हैं, जो नहीं हटाएंगे, उनका निर्माण जब्त कर लिया जाएगा। अब देखना यह है कि प्रशासन की यह कार्रवाई निष्पक्ष होगी या फिर गरीबों पर ही गाज गिरेगी