महिलाओं ने अपने घूंघट को बनाया मास्क पोलिंग बूथ का हाल

 

रिपोर्ट
रामप्रवेश यादव
बाराबंकी संदेश महल समाचार

पंचायत चुनाव के तीसरे चरण का मतदान सोमवार की सुबह से शुरू हुआ। मतदान के दौरान जब मास्क को लेकर कर्मचारियों तथा पुलिसकर्मियों ने सख्ती दिखाई तो महिलाओं ने घूंघट को ही मास्क के रूप में प्रयोग किया। महिलाओं का कहना था कि साड़ी का पल्लू मास्क से कम नहीं है। इस पर कर्मचारी भी चुप्पी साध गए।
यह स्थित ग्राम पंचायत मुहिउद्दीनपुर व जहांगीराबाद के पोलिंग बूथ पर देखने को मिली। यहां पर लोगों को कोरोना संक्रमण का डर तो सता रहा था। किंतु मतदान के लिए लंबी लाइन में कुछ लोग बिना मास्क लगाए भी खड़े थे। उन्हें देख जब बूथ पर लगाए कर्मचारी व पुलिस कर्मियों ने सख्ती करनी शुरू की तो बिना मास्क के लोगों रूमाल का सहारा लिया। ऐसे में महिलाएं क्या करती उन्होंने अपने घूंघट को ही मास्क के रूप में प्रयोग किया।

धूप में खड़े हो जाओ तो नहीं आएगा कोरोना

बिना मास्क व बिना शारीरिक दूरी के खड़े मतदाताओं को देख एक पुलिस कर्मी उन्हें यह समझा कर धूप में खड़ा कर दिया कि धूप में खड़े होने से कोरोना नहीं आएगा। मतदान को लेकर मतदाताओं में उत्साह दिखा।

प्रशासन को कोसते रहे मतदाता

लाइन में खड़े मतदाता यह कहते सुने गए कि दुकानों पर ग्राहक आए तो संक्रमण फैल जाऐगा और यहां पूरी पंचायत के लोग इक्कठा हो रहे हैं तो संक्रमण नहीं फैल रहा है। क्या यहां गाइडलाइन लागू नहीं होती है। प्रशासन के सभी दिशा निर्देश धरे के धरे रह गए। पुलिस प्रशासन भी भीड़ के आगे बिल्कुल बेबस नजर आया। सुरक्षाकर्मियों ने भी बिना मास्क वाले मतदाताओं को नहीं रोका।

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