मुख्य चौराहे पर खुलेआम मांस विक्री पुलिस कार्रवाई निष्क्रिय जनआक्रोश बढ़ा

सूरतगंज (बाराबंकी), संवाददाता संदेश महल
कस्बा सूरतगंज के मुख्य चौराहे और भीतर बाजार में खुलेआम मीट और मांस की दुकानों का संचालन न केवल कस्बे की स्वच्छता व्यवस्था को चुनौती दे रहा है, बल्कि आम जनता की धार्मिक भावनाओं को भी आहत कर रहा है। सबसे चिंताजनक बात यह है कि बार-बार शिकायतों के बावजूद स्थानीय पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई पूरी तरह निष्क्रिय बनी हुई है।क्षेत्रवासियों का कहना है कि मुख्य बाजार क्षेत्र में बिना किसी परदे, ढकाव या स्वच्छता मानकों के उल्लंघन के साथ मांस की बिक्री की जा रही है। दुकानों से उठने वाली बदबू, खून और कचरे के खुले में फेंके जाने से माहौल दूषित हो गया है।पुलिस प्रशासन पूरी तरह मौन है, मानो उन्हें किसी उच्च आदेश की प्रतीक्षा हो।बाजार क्षेत्र में चल रही इन दुकानों के कारण आस-पास के व्यापारी भी परेशान हैं। एक दुकानदार ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “ग्राहक मांस की बदबू से परेशान होकर हमारी दुकानों से किनारा कर रहे हैं। हम रोज़ी-रोटी के लिए बैठे हैं, लेकिन ये दुकानें हमारे धंधे पर असर डाल रही हैं।बाजार में मांस विक्रय की ये दुकानें कई बार धार्मिक स्थलों के समीप या शिक्षण संस्थानों के आस-पास भी देखी जाती हैं, जिससे सांप्रदायिक सौहार्द और सामाजिक ताने-बाने को भी नुकसान पहुंचने की आशंका बनी रहती है।स्थानीय नागरिकों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो वे सामूहिक रूप से थाने के घेराव व शांतिपूर्ण धरने की ओर कदम बढ़ाएंगे। उनका कहना है कि प्रशासन और पुलिस की निष्क्रियता अब असहनीय होती जा रही है।अब देखना यह है कि जिम्मेदार अधिकारी कब तक इस संवेदनशील मुद्दे पर जागते हैं।

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