रिपोर्ट
राजेश प्रताप सिंह
बाराबंकी संदेश महल समाचार
सोशल मीडिया पर ऑनलाइन शुरू हुए रिश्तों की क्या उम्र होती है यह किसी से भी नहीं छुपी है,फिर भी युवतियां इस भंवर जाल में फंसकर अपनी अस्मिता को लुटा बैठती है। इस पर ह्यूमन वेलफेयर एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रेसीडेंट जयप्रकाश रावत से हुई वार्ता पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि ह्यूमन वेलफेयर एंड चैरिटेबल ट्रस्ट का उद्देश्य ही है कि महिला उत्पीड़न, काल कल्चर एवं शैक्षिक अधिकारों की रक्षा करना।किंतु वर्तमान स्थिति में दुनियाभर में सबसे ज्यादा इंटरनेट उपयोग किया जाता है।इंटरनेट तक पहुंच बढ़ने से लोगों की सहूलियतें बढ़ी हैं।लेकिन सहूलियतों के साथ इंटरनेट उपयोग से कई तरह की मुश्किलें भी बढ़ गई है।महिलाओं के लिए धमकियों से लेकर रेप और जान से मारने तक की धमकियां आम बात हो गई है।क्योंकि
ऑनलाइन इन्होंने अपने विचार खुलकर रखे। लेकिन इनके अलावा आम महिलाएं भी बड़ी संख्या में ऑनलाइन सर्फिंग करते हुए हिंसा की शिकार होती है। महिलाओं से जुड़ी पर्सनल चीजें सार्वजनिक करना, सोशल मीडिया पर डाली गई तस्वीरों की मोर्फिंग,धोखाधड़ी से वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग जैसी चीजें आज के समय में बेहद आम हैं।और महिलाएं इन्हें खामोशी से सह रही हैं।महिलाओं के साथ डिजिटल स्पेस में होने वाले ज्यादातर अपराधों के बारे में पता ही नहीं चल पाता,क्योंकि महिलाएं आगे बढ़कर अपनी आवाज नहीं उठातीं।अपने साथ हुए अपराध के मामले में जो महिलाएं रिपोर्ट करने का साहस नहीं जुटा पाती हैं, जिसने हिम्मत जुटा ली तो उसे न्याय जरूर मिला हामारी बेटियों को जरुरत है जागरूकता की क्योंकि जागरूकता ही सुरक्षा एवं सतर्कता है।जिसका ज्वलंत उदाहरण यह वाक्या है।
जनपद आगरा में साइबर सेल से लेकर थानों में इस तरह के मामले पहुंच रहे हैं। ताजगंज,एत्माद्दौला और रकाबगंज में शिकायतें भी दर्ज कराई जा चुकी हैं। बात करते हैं घटना कि तो दो साल पहले ताजगंज क्षेत्र की महिला को फेसबुक पर मध्य प्रदेश के युवक ने दोस्ती का प्रस्ताव भेजा था। विवाहिता ने फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार कर ली। कुछ समय बाद युवक फोन पर भी बात करने लगा। एक बार रुपयों की मदद मांगी और एक लाख रुपये खाते में जमा करा लिए। एक बार युवक मुलाकात के बहाने आगरा आया। इस दौरान उसने महिला से दो लाख रुपये रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर ले लिए। शादी का वादा कर मथुरा ले गया। वहां एक होटल में रखा। आरोप है कि युवक ने महिला के जेवरात ले लिए और दुष्कर्म भी किया। पीड़िता ने थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
नोएडा की युवती की दोस्ती छह महीने पहले फेसबुक पर आगरा के युवक से हुई थी। दोनों मोबाइल पर बातें करने लगे। चार मार्च को युवती युवक से मिलने आगरा आई,लेकिन युवक कुछ देर मिलने के बाद उसे वाटरवर्क्स चौराहे पर अकेला छोड़कर चला गया।
काफी इंतजार के बाद युवक नहीं आया। युवती परेशान हाल में घूम रही थी,तभी उसे एक ऑटो चालक मिला। उसे अपने दोस्त के घर ले गया, उससे दुष्कर्म किया। युवती ने अपने परिजनों के संपर्क घटना के बारे में बताया। युवती ने थाना एत्माद्दौला में मुकदमा दर्ज कराया है। इससे साफ जाहिर है कि अस्मत लूटने के बाद इस युवती ने हिम्मत जुटाई और आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कराया, जिसमें पुलिस का भी सहयोग सराहनीय रहा।
मेरा मानना है कि लड़कियों,युवा युवतियों एवं औरतो के साथ लगातार अपराध बढ़ रहे हैं। वजह जागरूकता का अभाव है।लड़कियों को अपने आस-पास घटित होने वाली घटनाओं, स्कूल-कोचिंग आते-जाते समय असामाजिक तत्वों द्वारा की जा रही छेड़छाड़,गुड टच-बैड टच के प्रति जागरूक होना पड़ेगा।
अपराधों को रोकने के लिए सबसे पहले समाज के लोगों को जागरूक होना पड़ेगा। हमारी जागरूकता से ही अपराध और अपराधियो पर लगाम लगेगी। अपराधी और अपराध के तरीके अपनों के बीच से ही आते हैं। जागरूकता के साथ हमें उनकी पहचान करना चाहिए।
समाज में महिला उत्पीड़न,स्त्री द्वेष,महिलाओं का मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न,लिंग भेद जैसी चीजें भी हो रही हैं। और बहुत सी महिलाओं के लिए ये सब उनके जीवन का हिस्सा बन चुकी हैं। पर,अगर जीवन में आगे बढ़ना है तो इन बाधाओं को पार करना ही होगा। बेटियों और महिलाओं को मेरा संदेश है कि सोशल मीडिया पर लोगों से दोस्ती उनके बारे में पूरी जानकारी करने के बाद ही करें। फेसबुक पर अंजान व्यक्ति की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करने से बचें,सावधान रहें। क्योंकि ऑनलाइन शुरू हुआ रिश्ता सावधानी नहीं बरतने पर धोखे का शिकार बना रहा है। महिलाओं और युवतियों से छेड़छाड़,दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग तक हो रही है।ऐसी स्थिति में महिलाएं सावधानी बरतें ? इंटरनेट इस्तेमाल करते समय अपनी निजी जानकारी किसी अज्ञात व्यक्ति के साथ साझा न करें? अनजान लोगों से इंटरनेट पर बातचीत या ई-मेल का आदान-प्रदान न करें? इंटरनेट पर कोई भी तस्वीर डालने से परहेज करें। इसका दुरुपयोग हो सकता है? अपना किसी भी प्रकार का पासवर्ड कभी किसी से साझा न करें? अंजान लोगों के ई-मेल का जवाब न दें? अपनी जानकारियां अपने दोस्तों और जानने वालों से सोच-समझकर शेयर करें? किसी भी नए व्यक्ति के प्रति अविश्वास का भाव रखें।किसी पर भी आसानी से यकीन न करें? सोशल मीडिया पर नजर आने वाली संदेहास्पद चीजों की पड़ताल करें? यह फैसला स्वयं ले कि वे कब, कहां,कैसे और किससे अपनी पोस्ट शेयर करें। फेसबुक, इंस्टाग्राम, स्नैपचैट और ट्विटर आदि पर किसे अपना फ्रेंड बनाती हैं, या नहीं बनाती हैं, यह पूरी तरह से उनके हाथों में है। इसीलिए इन सिक्योरिटी फीचर्स के बारे में पड़ताल अवश्य करें? महिलाओं को यह समझना चाहिए कि अपनी सुरक्षा का दायित्व स्वयं पर ही हैं।