रिपोर्ट
प्रताप सिंह
मथुरा संदेश महल समाचार
बारिश न होने और शेरगढ़ रजवाह में पानी न आने से चौमुहां ब्लॉक के दर्जनों गांव के किसानों की हजारों एकड़ फसल सूखने के कगार पर है। धान की फसल लगाने के बाद पानी के अभाव में धान के पेड़ों में फुटाव नहीं हो रहा है। ऊपर से जमीन में भी दर्रे फटने लगे हैं। किसानों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि उन्हें जहर दो या फिर पानी। किसानों ने चेतावनी दी यदि शीघ्र रजबहा में पानी नहीं छोड़ा गया तो वे बाल बच्चों सहित शेरगढ़ रजवाह की पटरी पर भूख हड़ताल करेंगे। चौमुहां ब्लॉक के कई गांवों के किसान शुक्रवार को सिहना मार्ग स्थित शेरगढ़ रजवाह पर एकत्रित हुए, किसानों ने बताया कि सफाई न होने के कारण रजवाह महीनों से जलकुंभी से अटी पड़ा है ।रजबहा फरवरी मार्च के बाद एक बूंद भी पानी नहीं आया है । किसान नेता गोपीचंद ने बताया 60 क्यूसेक पानी की क्षमता वाले शेरगढ़ रजवाह में 6 माह से पानी नहीं आया है कुछ किसानों ने धान की रोपाई तो जैसे तैसे कर ली और कुछ किसान धान की रोपाई करने में लगे हुए हैं । धान रोपाई कर चुके किसानों को फसल की सिंचाई के लिए पानी की चिंता सताने लगी है । वही कुछ किसानों ने पानी के अभाव में फसल की जुताई करने का मूड बना लिया है । सिहना के प्रधान तुलाराम ने बताया कि खेतों में लगे ट्यूबवेल का पानी खारा और तेलिया है। खारा पानी होने के कारण उसके पानी से सिंचाई करने से धान की फसल सूख गई है। बारिश और रजवाह के पानी के भरोसे धान के रोपाई की थी लेकिन न तो बारिश ही हुई और न ही रजवाह में ही पानी आया। रामनिवास ने कहा कि रजवाह में पैगाम और लाड़पुर तक ही पानी आता है। वहां के किसान बंद लगाकर पानी को रोक लेते हैं। कई बार शिकायत भी की। लेकिन सिंचाई विभाग के अधिकारी सुनवाई नहीं करते हैं। किसानों ने तीन दिन में पानी नहीं मिलने पर भूख हड़ताल करने की चेतावनी दी है चेतावनी देने वालों में उदय सिंह, बच्चू सिंह, गिरिराज सिंह, देवेंद्र सिंह, तेजपाल सिंह, सुभाष, सियाराम, अशोक कुमार, ओमी, गिरधारी, टीकम, बिरजू, गुड्डू ,बाबू ,अशोक, रामहेत आदि मौजूद रहे।