रिपोर्ट
प्रताप सिंह
मथुरा संदेश महल समाचार
भागवताचार्य एवं एक युवती के बीच चल रहे विवाद में लगातार मोड़ आ रहा है। रेप पीड़ित युवती द्वारा आत्मदाह की चेतावनी दिए जाने के बाद पुलिस ने भागवताचार्य समेत दो लोगों के खिलाफ बलात्कार, मारपीट व जान से मारने की धमकी दिए जाने के मामले में रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बता दें कि पीड़िता कई दिनों से रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए एसएसपी कार्यालय के चक्कर लगा रही थी।
साथ ही सोमवार तक रिपोर्ट दर्ज न होने पर एसएसपी कार्यालय पर आत्मदाह करने की चेतावनी दी थी। थाना जमुनापार क्षेत्र निवासी युवती द्वारा दर्ज कराई रिपोर्ट के अनुसार वह नर्सिंग की छात्रा है। करीब 4 वर्ष पूर्व पानीगांव निवासी पुष्पेंद्र शुक्ला के साथ उसके प्रेम संबंध थे। 20 मार्च 2018 को वह अपने प्रेमी पुष्पेंद्र के घर में स्थित गोदाम में मिल रहे थे। तभी पुष्पेंद्र के पिता देवेंद्र शुक्ला ने गोदाम में आकर पुष्पेंद्र के साथ मारपीट कर उसे वहां से भगा दिया और प्रार्थिया के घर पर शिकायत करने की धमकी देते हुए बलात्कार किया। साथ ही प्रार्थिया के नग्न अवस्था के फोटो खींच लिए और फोटो वायरल करने की धमकी देकर प्रार्थिया को अक्सर अपने घर के तहखाने में बुलाकर रेप करने लगा तथा अन्य तरीकों से भी शोषण किया गया। प्रार्थिया ने जब विरोध किया तो उसने बडे़ लोगों से अपने संबंध होने की बात कहते हुए सरकारी नौकरी का झांसा दिया। बताया कि प्रार्थिया ने उस समय मल्टी टास्किंग स्टाफ इलाहाबाद के लिए आवेदन किया हुआ था। जिसमें 3 लाख रुपए में नौकरी लगवाने का भरोसा देवेंद्र शुक्ला ने दिलाया। जिस पर प्रार्थिया ने 1.20 लाख रुपए नगद दे दिए और शेष रकम काम होने पर देने के लिए कहा। इसके बाद कोविड लॉकडाउन लग गया तो आर्थिक स्थिति खराब होने के चलते पीड़िता ने अपने रुपए वापस मांगे। देवेंद्र ने 75 हजार रुपए का चेक दे दिया और कहा कि मेरा संबंध एक रसूखदार कथा प्रवक्ता से है। जिसके संबंध राजनीतिक लोगों से हैं। इसके बाद देवेंद्र ने युवती की मुलाकात कार्ष्णि नागेंद्र महाराज से कराई। उन्होंने पीड़िता की बात सुनकर राशन आदि की मदद की और अपना मोबाइल नंबर भी युवती को दे दिया। इसके बाद दोनों में बातचीत होने लगी। आरोप है कि नागेंद्र ने भी पीड़िता को नौकरी लगवाने का लालच देकर 7 जुलाई 2020 को अपने मोतीझील स्थित आवास पर दोपहर में बुलाया और नग्नावस्था की फोटो दिखाने लगा। प्रार्थिया ने पूछा कि फोटो कहां से आए तो नागेंद्र ने फोटो देवेंद्र से लेने की बात कही। इसके बाद पीड़िता से बलात्कार किया और उसने भी युवती की मोबाइल से वीडियो बनाई। इसके बाद नागेंद्र पीड़िता के मोबाइल पर अक्सर वीडियो कॉल करने लगा। इससे परेशान होकर प्रार्थिया ने 15 फरवरी को वृंदावन कोतवाली में उक्त दोनों आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने का प्रयास किया, लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं हो सकी। इस पर युवती एसएसपी कार्यालय पहुंची और यहां एसएसपी के न मिलने पर वापस लौट गई। वहीं दूसरी ओर उक्त युवती के खिलाफ देवेंद्र शुक्ला ने 4 फरवरी 2022 को वृंदावन कोतवाली में दर्ज कराई रिपोर्ट में आरोप लगाया है कि उसकी आयु करीब 65 वर्ष है। जून 2020 में युवती ने उससे 10 हजार रुपए अपने घरेलू काम के लिए एक माह के लिए उधार लिए थे। जब एक माह बाद युवती से रुपए वापस देने की मांग की तो उसने अपने पानीघाट स्थित आवास पर आकर ले जाने को कहा। जब वह युवती के घर पहुंचा तो बिहारीजी का प्रसाद के नाम पर उसे नशीली मिठाई खिला दी, जिससे वह बेहोश हो गया। जब उसे होश आया तो वह नग्नावस्था में था। उसकी जेब में रखे 20 हजार रुपए, सोने की चेन-अंगूठी भी गायब थी। युवती उसका नग्नावस्था का वीडियो बना रही थी। जब उसने विरोध किया तो युवती ने 1 लाख रुपए की मांग की और न देने पर वीडियो वायरल कर बदनाम करने की धमकी दी। इससे डरकर उसने 75 हजार रुपए का चेक और 25 हजार रुपए नगद दे दिए। इसके बाद भी युवती उसे ब्लैकमेल करती रही और लाखों रुपए ऐंठ लिए। आरोप है कि उक्त युवती पूर्व में अन्य कई लोगों को भी अपना शिकार बना चुकी है, लेकिन पीड़ित बदनामी के डर से शिकायत दर्ज कराने से कतराते रहे हैं। रिपोर्ट में ब्लैकमेल करने, पैसे की मांग करने की कॉल रिकार्डिंग होने की बात भी कही गई है। आरोप है कि युवती के साथ ब्लैकमेल करने के खेल में अन्य लोग भी शामिल हैं। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद वृंदावन कोतवाली पुलिस ने उक्त युवती को बयान हेतु 5 फरवरी को कोतवाली बुलाया और उसका मोबाइल जब्त कर लिया। युवती का आरोप है कि उसके खिलाफ नागेंद्र एवं उसके सहयोगी देवेंद्र शुक्ला ने झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई। उनके इशारे पर ही उसे कोतवाली बुलाया गया। जहां उससे मोबाइल छीन लिया, क्योंकि मोबाइल में साक्ष्य के रूप में वीडियो, फोटो आदि मौजूद थे। साथ ही धमकी दी गई कि यदि उसने नागेंद्र महाराज अथवा देवेंद्र के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई तो अच्छा नहीं होगा। महिला को डरा धमकाकर भगा दिया गया। जबकि भागवताचार्य नागेंद्र महाराज अपने ऊपर लगे आरोपों को निराधार बता रहे हैं।