रिपोर्ट
प्रताप सिंह मथुरा संदेश महल समाचार
छाता तहसील अब आए दिन भ्रष्टाचार के मामले में सुर्खियों में है। कुछ दिन पहले एक लेखपाल का रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल हुआ था जिसमें छाता एसडीएम हनुमान प्रसाद मौर्य द्वारा जांच के आदेश भी दिए गए थे यह मामला अभी शांत भी नहीं हुआ कि अब दूसरा मामला सामने आ गया छाता तहसील के गांव दौताना के रहने वाले दिव्यांग सद्दाम ने हसन मोहम्मद लेखपाल पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह विकलांग व्यक्ति है।

और उसके घर के दरवाजों को विपक्षी गढ़ वकील पुत्र भूरू मुन्ना पुत्र छुट्टन आदि व्यक्तियों ने मैन रास्ते को बंद कर दिया है। जिसकी शिकायत वह कई बार थाना दिवस मंगल दिवस आदि में कर चुका है। लेकिन आज तक कोई भी कानूनी कार्यवाही नहीं हो पाई है। और ना ही लेखपाल हसन मोहम्मद द्वारा मौके पर जाकर मौका मायना किया गया है। पीड़ित सद्दाम ने यह भी बताया कि लेखपाल ने उसके काम को करने के लिए पचास हजार रुपए का सेवा शुल्क भी मांगा उसके पास पैसे ना होने की वजह से उसने किसी दूसरे व्यक्ति से ब्याज पर लाकर उक्त लेखपाल को सेवा शुल्क भी दे दिया। लेकिन फिर भी आज तक उसका कार्य नहीं हो पाया परेशान होकर पीड़ित ने आज छाता तहसील में मौका मुआना करने आए एडीएमएफआर सतीश चंद्र त्रिपाठी को एक शिकायती प्रार्थना पत्र देकर इस मामले से अवगत कराया और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही कराने की मांग की एडीएम सतीश चंद्र त्रिपाठी ने उसकी बात को सुना और जांच के आदेश पारित किए अगर पीड़ित की मानें तो हसन मोहम्मद का यह कोई सेवा शुल्क लेने का पहला मामला नहीं बल्कि आए दिन व्यक्ति उनकी शिकायत करते रहते है। लेकिन प्रशासन द्वारा न जाने क्यों हसन मोहम्मद लेखपाल पर मेहरबानी कर दी जाती है। और इनके ऊपर कोई भी कठोर कार्यवाही नहीं की जाती है।