रिपोर्ट
प्रताप सिंह
मथुरा संदेश महल समाचार
छाता कस्बे में मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण द्वारा अवैध कॉलोनाइजर को दिए गए ध्वस्तीकरण के नोटिस से स्थानीय लोगों में खलबली मच गई। जहां शुरुआत में स्थानीय लोगों ने सैकड़ों की तादात में महिलाओं व बच्चों के साथ इस कार्यवाही का विरोध किया, परंतु स्थानीय पुलिस व विकास प्राधिकरण के कर्मचारियों के समझाने बुझाने के बाद वह लोग मान गए।
दरअसल छाता कस्बा के आसपास देहात क्षेत्र मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण के अंतर्गत आता है जहाँ रेलवे स्टेशन रोड़ स्थित रास्ते पर कुछ कॉलोनाइजर्स ने कॉलोनियां काटी हुई है जिनकी मानचित्र स्वीकृति की प्रक्रिया कॉलोनाइजर्स द्वारा पूरी नहीं की गई है जिसको लेकर मथुरा विकास वृंदावन विकास प्राधिकरण द्वारा इन कॉलोनाइजर को समय-समय पर नोटिस के माध्यम से आगाह करते हुए चेतावनी दी गई कि वह मानचित्र स्वीकृति की प्रक्रिया को पूरा करा लें अन्यथा उनके विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। जिसका इन कॉलोनाइजर द्वारा कोई जवाब नहीं दिया गया। वहीं बुधवार को कॉलोनी में रहने वाले लोगों को मिले एक नोटिस के बाद स्थानीय लोगों में हड़कंप की स्थिति पैदा हो गई। नोटिस प्राप्त होने के बाद स्थानीय लोगों में खासा आक्रोश व्याप्त हो गया।
और वह प्रशासन से भिड़ने को आमादा हो गए। स्थानीय लोगों में यह अफवाह तेजी से फैली कि जिस रास्ते पर विकास प्राधिकरण अवैध कॉलोनियों पर कार्यवाही करने जाएगी उस रास्ते पर बने सभी मकानों को ध्वस्त किया जाएगा। इसके बाद सैकड़ों की संख्या में स्थानीय लोग महिलाओं व बच्चों के साथ सड़कों पर आ गए। स्थानीय लोगों के आक्रोशित होकर लामबंद होने की सूचना पर पहुंचे छाता कोतवाली प्रभारी रवि त्यागी तथा मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने स्थानीय लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया और उन्हें बताया कि यह कार्यवाही ना कि यहां मकान बनाकर रह रहे लोगों पर की जाएगी बल्कि जिन लोगों ने कॉलोनी काटी है और उन कॉलोनियों के मानचित्र स्वीकृत नहीं कराए हैं उनके खिलाफ यह कार्यवाही की जाएगी। तब जाकर आक्रोशित लोगों का गुस्सा शांत हुआ और वह पुलिस व प्राधिकरण अधिकारियों के रास्ते से पीछे हटे। वहीं बिना मानचित्र स्वीकृति के बनाई जा रही कॉलोनियों पर मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण के अधिकारी पुलिस फोर्स को साथ लेकर के पहुंचे जहां उन्हें कॉलोनाइजर द्वारा एक हफ्ते का समय मानचित्र आवेदन के लिए मांगा गया जिसकी प्राधिकरण अधिकारियों द्वारा अनुमति दे दी गयी। साथ ही उन्हें यह चेतावनी भी दी कि अगर वह 1 सप्ताह के अंदर मानचित्र आवेदन की प्रक्रिया नहीं कराते हैं तो उनके खिलाफ आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
इसके बाद मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण की टीम राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित संस्कृति विश्वविद्यालय के निकट बन रही लॉर्ड कृष्णा कॉलोनी में पहुंची जहां उन्हें कॉलोनाइजर्स को नोटिस देते हुए वहां पर ध्वस्तीकरण की कार्यवाही की।