शर्बत में नींद की गोली देकर पत्नी नाजमा ने पति बिलाल को उतारा मौत के घाट

 

रिपोर्ट- जेपी रावत गाज़ियाबाद संदेश महल समाचार

घर नाम नहीं करने पर पति की हत्या उसकी पत्नी ने ही कर डाली।पुलिस ने हत्या का खुलासा करते हुए आरोपी पत्नी नाजमा को गिरफ्तार कर हत्याकांड का खुलासा किया है। नाजमा ने हत्या के लिए बिलाल को मीठे शर्बत में नींद की गोली डालकर सुला दिया था। पुलिस ने महिला की निशानदेही से चाकू, हथौड़ा, मोबाइल और खून से सने कपड़े बरामद किए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार लोनी सीओ रजनीश कुमार उपाध्याय ने बताया कि बेहटा हाजीपुर कॉलोनी में बुजुर्ग बिलाल (62) की हत्या हुई थी। इसमें गिरफ्तार उसकी दूसरी पत्नी नाजमा ने पूछताछ में बताया कि करीब नौ साल पहले हुई शादी के बाद वह पहली पत्नी की तरह रहना चाहती थी। जिस घर में हत्या हुई, उसको महिला अपने नाम कराना चाहती थी। महिला ने घर खरीदने के दौरान बिलाल को कुछ रुपये भी दिए थे लेकिन बिलाल ने घर अपने बेटे के नाम करा दिया। इसके बाद महिला के बच्चों के आधार कार्ड में भी पिता का नाम नहीं चढ़वाया। महिला ने अपने आधार कार्ड में बिलाल का नाम चढ़वा दिया, तो इस बात को लेकर भी झगड़ा हुआ। नाजमा ने तलाक को कहा, तो तलाक भी नहीं दिया। इस बात को लेकर वह परेशान चल रही थी। पति की आदतों से परेशान होकर महिला ने घटना को अंजाम दिया।
महिला ने एक सप्ताह पहले पति की हत्या करने की योजना बनाई। हत्या से चार दिनों पहले वह अपने घर मेरठ चली गई थी। इसके बाद महिला शनिवार दोपहर लोनी बेहटा हाजीपुर कॉलोनी स्थित घर पहुंची। बिलाल की पहली पत्नी और बच्चे दूसरे घर में रहते हैं। यहां उसने अपने पति बिलाल को अपने घर बुलाया। यहां रात करीब दो बजे उसने बिलाल को शर्बत में नींद की चार गोली घोलकर पिला दीं, जिससे वह आसानी से हत्या कर सके। वह हत्या करने के लिए एक बैग में चाकू, हथौड़ा और नींद की गोली का पत्ता साथ लाई थी। बिलाल के गहरी नींद में जाने पर महिला ने उसके हाथ और पैर बांध दिए। इसके बाद उसने हथौड़े से बिलाल के सिर पर वार कर दिया। इसके बाद मीट काटने वाले चाकू से उसकी गर्दन रेत डाली।
हत्या को अंजाम देने के दौरान महिला के कपड़े खून से सन गए थे। उसने घर में ही अपने कपड़े बदले और रात को ही घर से मेरठ के लिए निकल गई। हत्या में प्रयुक्त हथौड़ा, चाकू, नींद की गोली का पत्ता और मृतक का मोबाइल वह अपने साथ ले गई। उसने लोनी से एक ऑटो किया, बंथला फ्लाईओवर के पास उसने बैग में रखे चाकू और हथौड़े को डस्टबिन में फेंक दिया। महिला से इस हत्याकांड से बचने के लिए अपना मोबाइल बंद कर मेरठ अपने घर छोड़ दिया था ताकि पुलिस को उसकी लोकेशन मेरठ मिले। घटना के बाद जैसे ही वह मेरठ पहुंची, तो उसने अपना मोबाइल का सिम निकालकर मृतक के मोबाइल में डाल कर चालू कर दिया।
हत्या के बाद पुलिस ने महिला को मृतक के बेटों से फोन कराकर लोनी बुलाया लेकिन वह आने में आनाकानी करने लगी। पुलिस ने महिला के फोन का लोकेशन लिया, तो पुलिस को फोन बंद होने पर शक हुआ। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे में एक महिला बुर्के में जाती हुई नजर आई। पुलिस को आसपास के लोगों और परिवार के लोगों से महिला और बिलाल के बीच चल रहे झगड़े के बारे में पता चला। पुलिस ने जब महिला को हिरासत में लिया, तो वह पूछताछ में अपने बयान बदलने लगी। सख्ती से पूछताछ में महिला ने अपना जुर्म कबूल किया
नाजमा और बिलाल के बीच आए दिन झगड़े होते रहते थे। उसने कई बार पुलिस से शिकायत की थी लेकिन महिला बाद में आसपास के लोगों के समझाने पर शिकायत वापस ले लेती थी। करीब नौ साल पहले नाजमा के दूसरे पति सरताज की इजोली गांव मेरठ में मौत हुई थी। इसके बाद उसने लोनी में बिलाल से शादी की थी।

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