रिपोर्ट/- प्रमोद झा
मुरादाबाद संदेश महल समाचार
नगर निगम का स्वच्छता अभियान अधिक कागजी दिख रहा है। सिल्ट डिस्पोजल की सही और पुख्ता व्यवस्था नहीं है। नगर में क ई डम्पपिग ग्राउंड और बेतरतीब कचरे के फैलाव आपको जगह जगह देखने को मिलेंगे। अनेक नागरिकों ने नाले नालियों की नियमित सफाई नहीं होने की शिकायत की है । अनेक मोहल्लों और अवैध कालोनियों में भी कूड़े के ढेर मुंह चिढा रहे हैं।
नगर की बदकिस्मती भी देखिए कि पूर्व में शासन द्वारा मुरादाबाद को स्मार्ट सिटी में शुमार तो कर दिया गया लेकिन स्मार्ट जैसी महत्वाकांक्षी योजना कागजों तक सीमित है। भुक्तभोगी लोग कहते हैं कि नगर निगम की बेहद लचर सफाई व्यवस्था के बीच आज सौंदर्यीकरण ही सवालों के घेरे में है और स्मार्ट सिटी मुंगेरी लाल का सपना सरीखा है। निगम द्वारा वल्ननरेवल प्वाइंट भी तय नहीं किए गये है। पाश एरिया में ही थोड़ा साफ सफाई देखने को मिलती है, बाकी तमाम इलाको में इधर उधर बहुत पसरी और फैली गन्दगी का नजारा देखने को मिल रहा है । पाश एरिया में साधन-संपन्न लोग निजी सफाई कर्मियों के सहारे सफाई कराते हैं। जागरूकता की कमी के चलते भी लोग कूड़े को सड़कों और खाली प्लाट्स पर फेक आते हैं। ऐसे भी लोग हैं जो घरों का कूड़ा जला डाल रहे हैं , वातावरण प्रदूषित करने वालों की कमी नहीं है। जबकि निगम के अधिकारियों का इन तमाम गलत कारगुजारियो पर पैनी नजर ही नहीं है। खास तौर पर नगर के सौंदर्यीकरण और टनों कूड़ा कचरा के निस्तारण की ठोस व्यवस्था बस कागजी ही लग रही है। इस विसंगति पर अनेक लोगों ने अधिकारियों को आड़े हाथ लेते हुए अव्यवस्था और विसंगतियों की सख्त आलोचना की है।