शहीद मेला वेबर में पत्रकार सम्मान समारोह के दौरान व्यवस्थापक द्वारा सौतेला व्यवहार

रिपोर्ट
हिमांशु यादव
कैमरामैन
अंकित कुमार
मैनपुरी संदेश महल समाचार

जनपद मैनपुरी शहीद मेला वेबर शहीदों की चिताओं में लगने वाला शहीद मेला हर साल की भांति इस वर्ष भी शहीद मेले में पत्रकार सम्मेलन का आयोजन किया गया। पत्रकार सम्मेलन के साथ-साथ कपिल मुनि चिल्ड्रन एकेडमी करपिया बेवर, सर्वप्रथम छात्रों ने मां सरस्वती वंदना प्रस्तुत कर गुणगान किया।

उसके तत्पश्चात चेयरमैन बेवर सुनीति भाटिया, चेयरमैन प्रतिनिधि, थाना प्रभारी वेबर जसवीर सिंह सिरोही, आयोजक अनंत दीक्षित व मुख्य अतिथियों द्वारा मां सरस्वती चित्र पर माल्यापर्ण व दीप प्रज्वल और चेयरमैन सुनीति भाटिया के द्वारा फीता काटकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में स्कूली छात्र छात्राओं द्वारा देशभक्ति गानों पर ड्रांस व अन्य कार्यक्रम किए जिसमें देखने वाले लोगों का मन मोहित हो गया। इसी के साथ-साथ कई अन्य प्रोग्राम जिसमें देखने वालों का मेले में तांता लग गया।

बताते चलें सभी अतिथियों का आयोजक द्वारा माल्यार्पण व प्रत्येक चिन्ह डायरी कलम और मुकुट पहनाकर सभी अतिथियों का भव्य स्वागत किया। इसी के उपरांत थाना प्रभारी वेबर जसवीर सिंह सिरोही आयोजक अनंत दीक्षित के द्वारा माल्यापर्ण व मुकुट और डायरी कलम प्रत्येक चिन्ह देकर स्वागत किया गया। इसी के उपरांत सभी पत्रकारो को आयोजक व संयोजक द्वारा माल्यापर्ण व मुकुट और डायरी कलम देकर सभी पत्रकार साथियों को सम्मानित किया गया।
उपस्थिति में चेयरमैन सुनीति भाटिया, चेयरमैन प्रतिनिधि, सभासद, थाना प्रभारी वेबर जसवीर सिंह सिरोही, कपिल मुनि एकेडमी प्रधानाचार्य मयंक, निशा, पत्रकार हिमांशु यादव,प्रवीन कुमार,नीलेश मिश्रा,अरुन कुमार,गुलजार शकील,सोनू तिवारी,अनिरुद्ध दुबे, आदि समस्त पत्रकार उपस्थित रहे।
पत्रकार के कुछ अंश और मर्यादा
पत्रकार की मर्यादा और मान सम्मान को हमेशा बरकरार रखना चाहिए क्योंकि पत्रकार पत्रकार होता है कोई पत्रकार छोटा बड़ा नहीं होता है। शहीद मेले बेवर में पत्रकार सम्मान समारोह के दौरान सौतेला व्यवहार देखने को मिला। गौरतलब यह है कि जिनको हम अपने शब्दों के शब्द जाल में पिरोकर उनकी बातों को शासन प्रशासन तक पहुंचाने के लिए जान जोखिम में डालकर कटिबध्द रहते हैं। उसी चौथे स्तंभ के साथ वेवर में पत्रकार सम्मान समारोह में देखने को मिला।यह भी कह सकते हैं,सजी महफिल के बाजार में खुलेआम मजाक उड़ाया गया। आखिर क्यों।
इस शहीद मेले में पत्रकार सम्मेलन में पत्रकार साथियों को आमंत्रित किया गया था लेकिन वहां पर यह दिखाया गया कि बजट के हिसाब पत्रकार साथियों को सम्मानित किया जाएगा। पत्रकार लिस्ट में नाम नहीं बढ़ाने की कोई गुंजाइश नहीं है।कबरेज सभी लोगों ने की न्यूज सभी लोगों ने प्रकाशित किया। किंतु जब सम्मान की बात आई तो पत्रकारों के सम्मान के लिए बजट के हिसाब से ही सम्मानित किया जाएगा। फिर आखिर क्यों यह पत्रकार सम्मान समारोह।
यदि शहीद मेला में पत्रकार सम्मान समारोह की परंपरा को संचालक एवं व्यवस्थापक को निभानी है तो इस तथ्य को नजरंदाज न करें कि कोई पत्रकार छोटा है या फिर बड़ा पत्रकार एक पत्रकार हैं। और पत्रकार को सम्मान मिलना चाहिए। फिर सौतेला व्यवहार आखिर क्यों?

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