श्रीकृष्णकाली पीठ में शतचंडी महायज्ञ की हुई पूर्णाहुति

 

रिपोर्ट/- प्रताप सिंह मथुरा संदेश महल समाचार

वृन्दावन। गोपीनाथ बाज़ार स्थित श्रीकृष्णकाली पीठ में चैत्र नवरात्रि के उपलक्ष्य में आयोजित श्री शतचंडी महायज्ञ की पूर्णाहुति कृष्णकाली पीठाधीश्वर डॉ. केशवाचार्य महाराज के आचार्यत्व में सम्पन्न हुई। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा के नवनिर्वाचित विधान परिषद सदस्य ठाकुर ओमप्रकाश सिंह (मथुरा, मैनपुरी, कासगंज, एटा) उपस्थित रहे।
कृष्ण काली पीठाधीश्वर डॉ. केशवाचार्य महाराज ने कहा कि श्रीकृष्ण काली पीठ में भगवान श्रीकृष्ण की मां काली के रूप में पूजा – अर्चना की जाती है।क्योंकि श्रीमद्भागवत महापुराण की एक कथा में भगवान श्रीकृष्ण को मां काली का अवतार बताया गया है। कुछ लोक कथाओं में ये कहा गया है कि भगवान श्रीकृष्ण ने मां काली का रूप धारण किया था। उन्होंने बताया कि हमारे पूर्वजों को यह प्रतिमा कई दशकों पूर्व केशीघाट के निकट खुदाई के दौरान पृथ्वी के अंदर से प्राप्त हुई थी
वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने कहा कि कृष्ण काली पीठ में पांच फीट ऊंची काले पत्थर से बनी जो चतुर्भुजी प्रतिमा प्रतिष्ठित है,उसके मुख व चरण श्रीकृष्ण जैसे हैं। साथ ही उसके हाथ में जो खड़ग व मुंड विराजित हैं, वो मां काली के प्रचंड रूप को दर्शाते हैं।
मथुरा- वृन्दावन नगर निगम के उपसभापति पंडित राधाकृष्ण पाठक व रालोद के राष्ट्रीय प्रवक्ता पंडित योगेश द्विवेदी ने कहा कि मां कृष्ण काली का उल्लेख ब्रज व संस्कृत साहित्य के अलावा बंगाली साहित्य में बहुतायत से हुआ है। वृन्दावन स्थित श्रीकृष्ण काली पीठ में पिछले लगभग 40 वर्षों से प्रतिवर्ष दोनों नवरात्रों में शतचंडी महोत्सव वैष्णव पद्धति से आयोजित किया जाता है। ऐसे प्राचीन व ऐतिहासिक स्थलों से ही पृथ्वी पर धर्म व अध्यात्म का अस्तित्व है।
इस अवसर पर 500 से भी अधिक कन्या – लांगुरिया को भोजन कराया गया। साथ ही उन्हें अनेकों उपहार वितरित किए गए।
पूर्णाहुति में पूर्व मंत्री रविकांत गर्ग, प्रमुख अध्यात्मवेत्ता विजय मिश्र, वरिष्ठ पत्रकार चंद्रप्रताप सिंह सिकरवार, श्रीमती कल्पना आचार्य, युवा साहित्यकार डॉ. राधाकांत शर्मा, पंडित आदित्याचार्य, ब्राह्मण महासभा के संरक्षक सुरेश चंद शर्मा, डॉ. बीपी शुक्ला,भाजपा के नगर अध्यक्ष विनीत शर्मा, पार्षद हेमन्त भारती, पार्षद पंकज अरोड़ा, पार्षद वैभव अग्रवाल, प्रमुख समाजसेवी हरिओम सिंह सिसोदिया आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। संचालन डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने किया।

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