श्रीमद्भभागवत कथा के चौथे श्रीकृष्ण जन्मोत्सव नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की

 

हिमांशु यादव
मैनपुरी संदेश महल समाचार
जनपद मैनपुरी के बिछवां विकासखण्ड सुल्तानगंज क्षेत्र के गांव सिमरई में गमा देवी मंदिर पर चल रही श्रीमद्भाभागवत कथा के चौथे दिन की कथा में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की कथा सुनाई गयी। कथा में बोलते हुए कथा वाचक व्रजविहारी महाराज ने कहा कि जब जब प्रथ्वी पर पाप और अत्याचार बढ़ता है तब भगवान किसी न किसी रूप में अवतार लेते हैं और अपने भक्तों की रक्षा करते हैं। भगवान के भक्त जब जब सताये जाते हैं तब-तब भगवान् अपने भक्तों की रक्षा करने के लिए प्रथ्वी पर अवतार लेते हैं। आगे उन्होंने कथा सुनाते हुए बताया कि जब कंस का पाप और अत्याचार बढ़ गया और श्रषि मुनि साधु संतों को वह सताने लगा तब भगवान ने देवकी के गर्भ से अवतार लिया और अपने भक्तों की रक्षा की। भगवान पाप, अधर्म और अत्याचार को मिटाने के लिए अवतार लेते हैं इसके शास्त्रों में अनेक उदाहरण मिलते हैं। जब प्रहलाद को सताया गया तब भगवान ने नरसिंह का अवतार लिया और जब रावण का अत्याचार बड़ा तो भगवान ने राम के रूप में अवतार लिया। श्रीकृष्ण जन्म की कथा सुन श्रद्धालु भाव विभोर हो गए और पूरा पांडाल नंद घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की ध्वनि से गूंजने लगा। इस अवसर पर नीरज चौहान,नीलम चौहान, वीरेन्द्र सिंह राठौर, मुन्नी देवी, सत्यपाल सिंह, राजकुमार, राजीव सिंह, विमल सिंह, दिनेश सिंह चौहान, योगेश सिंह,रामवीर सिंह राकेश सिंह,अभय छुटकू तोमर केशव सिंह प्रशांत तोमर गोविन्द आदि लोग मौजूद रहे।

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