सूर्य प्रकाश मिश्र
सीतापुर संदेश महल
पुलिस की मानें तो मिश्रिख निवासी मां-बेटे ने महंत की हत्या की थी। महंत आरोपी महिला से अवैध संबंध बनाने के लिए दबाव डालता था। इसी से आजिज आकर दोनों ने महंत की हत्या कर दी। पुलिस ने दोनों की निशानदेही पर आला कत्ल बांका व हंसिया बरामद कर लिया है।हरदोई के थाना बेनीगंज गांव गिरधरपुर निवासी महंत मनी रामदास 84 कोसी परिक्रमा में शामिल होने मिश्रिख आए थे। 25 मार्च को वह अचानक लापता हो गए थे। महंत के घर न पहुंचने पर 26 मार्च को भतीजे टाई ने कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। इसी बीच 29 मार्च की शाम को सिधौली रोड परकेसरीपुर जाने वाले मार्ग पर झाड़ियों में पड़े एक बोरे में महंत मनीराम दास का शव बरामद हुआ था। उनके दोनों पैर कटे थे। शव से कुछ एक पैर कटा पड़ा था।
पुलिस ने इस मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू। एएसपी दक्षिणी डॉ. प्रवीन रंजन सिंह ने बताया कि महंत के परिजनों से पूछताछ की तो मिश्रिख के भूड़पुरवा निवासी गंगादेई उर्फ छोटी बिटिया (50) पुत्र सोनू का नाम प्रकाश में आया। इसके बाद इन दोनों के कॉल डिटेल निकलवाए गए। पता चला कि महंत व गंगादेई की कई बार बात होती थी। इसके बाद इंस्पेक्टर शैलेंद्र श्रीवास्तव की टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
एएसपी ने बताया कि जांच में पता चला कि गंगादेई व महंत मनीराम दास के बीच काफी नजदीकियां थीं। महंत झाड़फूंक व तांत्रिक का भी काम करता था। करीब एक साल पहले गंगादेई की पुत्री विनीता सोनू के साले सचिन के साथ कहीं चली गई थी।
इसके अलावा गंगादेई के पुत्र सोनू की पत्नी लक्ष्मी भी घर से चली गई थी। इन सब बातों से गंगादेई व उनका परिवार समाज में अपमानित महसूस करते थे। विनीता व बहू लक्ष्मी के घर से चले के लिए परिवार महंत को ही जिम्मेदार मानता था। वहीं महंत मनीराम बार-बार अवैध संबंध बनाने को लेकर गंगादेई पर दबाव डालता था। इसी से आजिज आकर मां-बेटे ने महंत की हत्या कर दी। पुलिस को आरोपी मां-बेटे को गिरफ्तार कर आला कत्ल बांका व हंंसिया बरामद कर लिया है। दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।